हत्याकांड की मुख्य आरोपी माही उर्फ डॉली जेल से रिहा

हल्द्वानी का अंकित चौहान हत्याकांड जो देशभर में चर्चाओं में रहा। इस हत्याकांड की मुख्य आरोपी माही उर्फ डॉली जेल से रिहा हो गई है। कोर्ट ने उसे जमानत दे दी है, जबकि अन्य सभी आरोपी अभी भी जेल में बंद हैं। माही पर अपने प्रेमी को सांप से डसवाने का आरोप था, फिलहाल एक बार फिर यह हत्याकांड चर्चाओं में आया है।
15 जुलाई को मिली लाश : बता दें कि ऑटो शोरूम कारोबारी अंकित चौहान 14 जुलाई को घर से निकला था और रात को नहीं लौटा। 15 जुलाई की सुबह तीनपानी रेलवे क्रॉसिंग के पास उसका शव उसकी कार की पिछली सीट पर मिला। कार के शीशे बंद और एसी चालू होने की वजह से पुलिस ने शुरुआत में माना कि कार्बन मोनो ऑक्साइड की वजह से दम घुटने से अंकित की मौत हुई होगी लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पुलिस की इस थ्योरी को पलट दिया था। सर्पदंश के निशान अंकित के दोनों पैरों में जूते के ठीक ऊपर थे। पुलिस और सर्पदंश के विशेषज्ञों का भी मानना था कि दोनों पैरों पर एक ही जगह निशान किसी साजिश की ओर इशारा कर रहे थे।


ये लोग थे आरोपी : माही ने अंकित को अपने घर बुलाकर कोबरा सांप से उसको कटवाया, जिसके बाद अंकित बेहोश हो गया। 14 जुलाई की रात को बेहोशी की हालत में अंकित को गोला बाईपास पर सड़क किनारे खड़ी उसकी कार में डाला गया। कार में एसी चलाकर उसे लॉक कर दिया जिससे मामला हत्या का न लगे। पुलिस के अनुसार इस हत्याकांड में माही का साथ उसके प्रेमी हल्दूचौड़ निवासी दीप कांडपाल, अदकाटा भोजीपुरा बरेली निवासी सपेरा रमेश नाथ, नौकर हैदरगंज पीलीभीत उत्तर प्रदेश निवासी राम अवतार और उसकी पत्नी ऊषा देवी ने साथ दिया।

इन जेलों में बंद है अन्य आरोपी : गौरतलब है कि माही के अलावा इस मामले में सभी आरोपी अभी भी जेल में है। नौकर और उसकी पत्नी हल्द्वानी जेल में और प्रेमी व सपेरा नैनीताल जेल में बंद है। न्यायालय से जमानत मिलने के बाद दो अगस्त को माही उपकारागार हल्द्वानी से रिहा हुई। जेल अधीक्षक प्रमोद कुमार पांडेय ने बताया कि माही जमानत पर रिहा हुई है। दो अगस्त वह जेल से निकली। माही को उसकी बहन को सौंप दिया गया है।

ऐसे में मिली जमानत: पुलिस कार्बन मोनोआक्साइड को मौत की वजह मान रही थी, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने कहानी बदली तो पुलिस के होश उड़ गये। अंकित के दोनों पैरों पर एक ही जगह सर्पदंश के निशान थे। पुलिस की चार टीमों ने सीसीटीवी फुटेज, चार मैनुअल टीम और एक टीम ने सर्विलांस जांच की। माही की कॉल डिटेल से पता चला कि माही अंकित, सपेरे और दीप कांडपाल से लगातार बात कर रही थी। अंकित की कार माही के घर जाते-आते, भुजियाघाट, गौलापार और फिर तीनपानी रेलवे क्रॉसिंग के पास दिखी। उसी रात एक कार तीनपानी पहुंची। बताया जा रहा है कि सीसीटीवी फुटेज में अन्य आरोपी तो नजर आए, लेकिन माही का चेहरा नहीं दिखा और यही माही की जमानत की वजह बनी।

गणेश मेवाड़ी

संपादक - मानस दर्पण
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