शिक्षा मंत्री की स्मरण शक्ति कमजोर: यशपाल आर्य

देहरादून नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने शिक्षा मंत्री धन सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनकी स्मरण शक्ति बेहद कमजोर है। आर्य ने कहा कि शिक्षा मंत्री को दो महीने पहले सदन में दिया गया उनका वक्तव्य भी याद नहीं है।
क्या कहा शिक्षा मंत्री ने
शिक्षा मंत्री ने कहा था कि प्रधानाचार्य पदों की भर्ती कांग्रेस विधायकों के विरोध के कारण रुकी है। इस पर आर्य ने कहा कि शिक्षा मंत्री ने स्वयं सदन में कहा था कि 58 विधायकों ने प्रधानाचार्य भर्ती परीक्षा का विरोध किया था।
आर्य का सवाल?
आर्य ने शिक्षा मंत्री से पूछा कि यदि सभी 20 कांग्रेस विधायकों ने विरोध में पत्र लिखा है तो बाकी 38 विधायक कौन थे? आर्य ने कहा कि विभाग के विभिन्न संवर्गों में से चुनिंदा अभ्यर्थियों को विभागीय परीक्षा में भाग लेकर प्रधानाचार्य बनाने के षड़यंत्र का विरोध किया गया था।
सरकार की गलती
आर्य ने कहा कि फरवरी 2025 में हुए बजट सत्र से 5 महीने पहले शिक्षा विभाग ने अपनी गलती को स्वयं स्वीकार करते हुए 10 सितंबर 2024 को विभागीय परीक्षा स्थगित कर दी थी। आर्य ने आरोप लगाया कि इसके बाद से 10 महीने बीत गए हैं लेकिन शिक्षा विभाग नियमावली में सुधार नहीं कर पाया है।
कांग्रेस सरकार की पहल
आर्य ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने कैबिनेट में निर्णय लेकर लेक्चरर से प्रधानाचार्य पदों पर प्रमोशन किए जो आज भी शिक्षा विभाग में मिसाल हैं। आर्य ने शिक्षा मंत्री के कटाक्ष पर कहा कि वे सकारात्मक सुझाव देने के लिए तैयार हैं।

