पहाड़ी इलाकों में खेतीबाड़ी की अपार संभावना: डा. पनगड़िया

भीमताल 16वें वित्त आयोग की टीम ने उत्तराखंड के नैनीताल जिले के भीमताल विकास खंड के ग्राम चाफी और अलचोना का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों एवं विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों से संवाद स्थापित कर क्षेत्रीय मुद्दों और आवश्यकताओं को जाना।

*ग्रामीणों ने रखी समस्याएं और सुझाव*

ग्रामीणों ने आयोग के समक्ष क्षेत्रीय समस्याएं एवं सुझाव साझा किए। जिसमें लोगों ने कृषि, सड़क और शिक्षा के संबंध में अपने सुझाव रखे। ग्रामीणों ने सुझाव दिया कि पर्वतीय क्षेत्रों में योजनाओं के लिए वित्तीय सहायता जनसंख्या के बजाय क्षेत्रफल के आधार पर दी जाए।

*कृषि और बागवानी की संभावनाएं*

आयोग के अध्यक्ष डॉ. अरविंद पनगढ़िया ने कहा कि पहाड़ी इलाकों में खेतीबाड़ी की अपार संभावना है। सरकार भी खेतीबाड़ी और पलायन रोकने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं संचालित कर रही है। ग्रामीणों ने बताया कि विकास खंड भीमताल कृषि की अपार संभावना है, लेकिन जंगली जानवर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

*स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी*

इंटर कालेज में विभिन्न विभागों और सहायता समूहों द्वारा स्टाल लगाए गए। जिसका आयोग की टीम ने निरीक्षण कर स्थानीय उत्पादों की जानकारी प्राप्त की। स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी ने नारी सशक्तिकरण एवं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में एक सकारात्मक पहल का परिचय दिया।

*आयोग की टीम के सदस्य मौजूद*

इस दौरान आयोग की टीम के विभिन्न सदस्य मौजूद रहे, जिनमें डिप्टी डायरेक्टर आशुतोष अवस्थी, निकिता जैन, ओएसडी अभय मित्तल, सुधा राजगोपालन, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, सचिव दीलीप जावलकर आदि शामिल थे।


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गिरीश भट्ट

मुख्य संवाददाता - मानस दर्पण

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