पीटीए शिक्षकों का धरना 52वें दिन भी जारी

देहरादून के शिक्षा निदेशालय में राजकीय मानदेय से वंचित पीटीए शिक्षकों का अनिश्चितकालीन धरना 52वें दिन भी जारी है। इन शिक्षकों की मांग है कि उन्हें राजकीय मानदेय प्रदान किया जाए।

*पीटीए शिक्षकों की मांग*

पीटीए शिक्षकों की एक सूत्री मांग है कि उन्हें राजकीय मानदेय प्रदान किया जाए। इन शिक्षकों का कहना है कि वे प्रबन्धकीय व्यवस्था के अन्तर्गत अल्पमानदेय में कार्य कर रहे हैं। 2016 के बाद से इन शिक्षकों को मानदेय नहीं मिला है और विगत 8 वर्षों से प्रबंधन की व्यवस्था के अंतर्गत अल्प वेतन में कार्य कर रहे हैं।

*शिक्षकों का योगदान*

इन शिक्षकों ने विद्यालय की पूरी बागडोर संभाली हुई है और निस्वार्थ भाव से लगे रहते हैं। इनका रिजल्ट 100% रहता है, जो इनकी मेहनत और समर्पण को दर्शाता है।

*शिक्षा मंत्री का आश्वासन*

माननीय शिक्षा मंत्री ने पीटीए शिक्षकों की मांग पर अपनी सहमति प्रदान कर दी है और शिक्षा निदेशक से उत्तराखण्ड के सभी जिलों में कार्यरत पीटीए शिक्षकों की सूची तैयार करने को कहा गया है।

*कुछ जिलों में लापरवाही*

कुछ जिलों के मुख्य शिक्षा अधिकारियों की लापरवाही के कारण पीटीए शिक्षकों की सूची नहीं भेजी गई है। इससे शिक्षकों में आक्रोश है और वे धरने पर बैठे हैं।

*अब आगे क्या होगा?*

अब देखना होगा कि सरकार पीटीए शिक्षकों की मांग पर क्या निर्णय लेती है और कब तक उन्हें राजकीय मानदेय प्रदान किया जाता है।


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गिरीश भट्ट

मुख्य संवाददाता - मानस दर्पण