आयुक्त निरीक्षण में फंसे अधिकारी, तहसीलदार पर गिरी गाज, दो अन्य कार्मिक भी हटाए गए”

हल्द्वानी तहसील में लंबे समय से मिल रही शिकायतों ने आखिरकार प्रशासन को सख्त कदम उठाने पर मजबूर कर दिया। मुख्यमंत्री उत्तराखंड के निर्देशों पर आयुक्त कुमाऊँ मण्डल द्वारा किए गए औचक निरीक्षण में भारी अनियमितताएं सामने आईं, जिनके चलते जिलाधिकारी नैनीताल वंदना ने तत्काल सख्त कार्रवाई करते हुए तीन प्रमुख अधिकारियों को पद से हटा दिया है।
🔹 तहसीलदार मनीषा बिष्ट पर बड़ी कार्रवाई
तहसीलदार हल्द्वानी मनीषा बिष्ट को उनके पद से स्थानांतरित कर दिया गया है। साथ ही, उनके खिलाफ विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि (Special Adverse Entry) सेवा अभिलेख में दर्ज की गई है।
गौरतलब है कि जून 2025 में जिलाधिकारी द्वारा किए गए वार्षिक निरीक्षण में भी उनके कार्यालय व न्यायालय में कई गड़बड़ियाँ पाई गई थीं। तब उन्हें सख्त चेतावनी देकर सुधार के लिए एक माह का समय दिया गया था। परंतु आयुक्त कुमाऊँ के ताज़ा निरीक्षण में भी स्थिति जस की तस मिली, जिसके चलते यह कार्रवाई की गई।
🔹 कानूनगो अशरफ अली भी बाहर
हल्द्वानी तहसील में कार्यरत सर्वे कानूनगो अशरफ अली को उनके मूल जनपद ऊधम सिंह नगर वापिस भेज दिया गया है। जिलाधिकारी नैनीताल ने उनके निलंबन की संस्तुति भी की है, जिसे अब जिलाधिकारी ऊधम सिंह नगर द्वारा आगे की कार्यवाही हेतु देखा जाएगा।
🔹 रजिस्ट्रार कानूनगो भगवत बिष्ट का भी तबादला
रजिस्ट्रार कानूनगो भगवत बिष्ट, जो लंबे समय से हल्द्वानी तहसील में तैनात थे, उन्हें भी तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित कर दिया गया है।
🕵️ जांच जारी, और भी हो सकती हैं कार्रवाईयाँ!
प्रशासन ने संकेत दिया है कि तहसील हल्द्वानी में पाई गई अनियमितताओं की विस्तृत जांच अभी चल रही है। जांच पूरी होने के बाद अन्य दोषी कार्मिकों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
➡️ यह कार्रवाई प्रशासनिक तंत्र में जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।
➡️ मुख्यमंत्री के सीधे निर्देशों के बाद यह सख्ती साफ संकेत देती है कि अब लापरवाही और भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
📌 जनता की नजर अब आगामी जांच रिपोर्ट पर टिकी है। क्या यह शुरुआत है किसी बड़े सफाई अभियान की? आने वाले दिन तय करेंगे!

