“मानसून में लापरवाही नहीं चलेगी: जिलाधिकारी ने कसी कमर, हर विभाग को दिए सख्त निर्देश!”

नैनीताल, 29 जून, जिलाधिकारी एवं अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण नैनीताल वंदना ने मानसून की गंभीर चेतावनी को देखते हुए शनिवार को एक अहम बैठक आयोजित कर संबंधित अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि “मानसून के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
आपदा से निपटने के लिए सभी विभाग रहें पूरी तरह अलर्ट:
जिलाधिकारी ने आदेश दिया कि मानसून के समय किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयारियों में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। सभी अधिकारी संवेदनशीलता और गंभीरता के साथ अपने कार्यों को अंजाम दें।
8 घंटे से अधिक सड़क बंद होने पर अधिशासी अभियंता मौके पर पहुंचें:
उन्होंने निर्देश दिए कि यदि कोई सड़क 8 घंटे से अधिक बंद रहती है, तो संबंधित सड़क एजेंसी के अधिशासी अभियंता स्वयं मौके पर जाकर मार्ग खुलवाना सुनिश्चित करें।
गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की:
मानसून काल में जिले में पंजीकृत गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव हेतु स्वास्थ्य विभाग को विशेष निर्देश दिए गए हैं।
सभी विकासखंडों में कंट्रोल रूम और नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे।
दो दिन के भीतर ऐसी महिलाओं की सूची तैयार की जाए जिनका प्रसव अगले तीन महीनों में संभावित है।
जो महिलाएं संवेदनशील क्षेत्रों में रह रही हैं और अस्पताल में रहना चाहती हैं, उनके लिए ठहरने और इलाज की व्यवस्था की जाए।
विद्यालय भवनों की सुरक्षा पर भी सख्त निर्देश:
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि केवल सुरक्षित भवनों में ही विद्यालय संचालित हों।
टपकते और क्षतिग्रस्त भवनों को दो दिन के भीतर ध्वस्त किया जाए।
सभी प्रधानाचार्यों से लिखित प्रमाण पत्र लिया जाए कि विद्यालय का संचालन केवल पक्के भवनों में हो रहा है।
इसकी पूर्ण जिम्मेदारी मुख्य शिक्षा अधिकारी की होगी।
सड़क मार्ग बंद होने पर एक भी व्यक्ति न रहे फंसा:
सभी उपजिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि लंबे समय तक बंद सड़कों पर कोई भी व्यक्ति फंसा न रह जाए, इसके लिए सड़क एजेंसियों के साथ तालमेल बनाकर कार्य किया जाए। जरूरतमंदों के लिए भोजन, पानी जैसी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
संवेदनशील इलाकों में लाउडस्पीकर से चेतावनी:
भारी वर्षा की आशंका के बीच जिलाधिकारी ने कहा कि नदी-नालों के किनारे बसे इलाकों में लाउडस्पीकर से सूचना देकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाए।
जेसीबी ऑपरेटर तैनात, नंबर सार्वजनिक हों:
सड़क निर्माण एजेंसियों को निर्देश दिए गए कि सभी संवेदनशील स्थानों पर जेसीबी ऑपरेटर तैनात किए जाएं, उनके मोबाइल नंबर सार्वजनिक किए जाएं और नियमित संपर्क में रहा जाए। साथ ही, पटवारियों द्वारा जेसीबी मशीनों का सत्यापन भी सुनिश्चित किया जाए।
बैठक वर्चुअल माध्यम से आयोजित की गई, जिसमें अपर जिलाधिकारी प्रशासन विवेक कुमार राय, अपर जिलाधिकारी वित्त शैलेन्द्र सिंह नेगी सहित सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
निष्कर्ष: मानसून को लेकर नैनीताल प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। जिलाधिकारी वंदना की अगुवाई में अब हर विभाग को अपनी जिम्मेदारी का अहसास कराते हुए “जीरो टॉलरेंस” नीति के साथ मानसून से मुकाबला करने का आदेश दे दिया गया है।

