सांसद श्री अजय भट्ट ने जर्जर हो चुके एंबुलेंस को बदलकर नई लाइफ सपोर्टिंग सिस्टम एम्बुलेंस दिए जाने को लेकर पत्र लिखा

पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री और नैनीताल उधम सिंह नगर संसदीय क्षेत्र से सांसद श्री अजय भट्ट ने राज्य के स्वास्थ्य सचिव और राजेश कुमार को पत्र लिखते हुए पुरानी हो गई 108 सेवाओं की समीक्षा करते हुए, जर्जर हो चुके एंबुलेंस को बदलकर नई लाइफ सपोर्टिंग सिस्टम एम्बुलेंस दिए जाने को लेकर पत्र लिखा है।
श्री भट्ट ने स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिखते हुए बताया है कि विगत 08 जून, 2025 को दुखद घटना में श्री जगमोहन जलाल पुत्र श्री जीवन सिंह निवासी ग्राम बड़कोट पो० धनियाकोट जिला नैनीताल की आकस्मिक मृत्यु हो गई, जिसका मुख्य कारण 108 सेवा की अनुपलब्धता तथा समय पर चिकित्सा सुविधा न मिल पाना बताया जा रहा है. जिससे क्षेत्र में भारी आक्रोश व्याप्त था।
सुयालबाड़ी सी०एच०सी० एक बड़ा चिकित्सा सेवा क्षेत्र होने के बावजूद एम्बुलेन्स सेवाओं की कमी से जूझ रहा है, जिस कारण यहां पर एक 108 एम्बुलेन्स की अति आवश्यकता है।
कुछ समय पहले भी एक ऐसी ही दुखद घटना हुई, जिसमें रात्रि में रास्तें में ही 108 एम्बुलेन्स खराब हो गई, और उसमें गर्भवती महिला थी. जिसको गरमपानी सी०एच०सी० से सुशीला तिवारी हॉस्पिटल, हल्द्वानी ले जा रहे थे. लेकिन 108 एम्बुलेन्स की स्थिति ऐसी थी कि, वह आगे जा ही नहीं पाई।
श्री भट्ट ने बताया कि उन्होंनेस्वयं उसी वक्त अपनी फ्लीट रोककर तुरन्त मौके पर ही मुख्य चिकित्साधिकारी, नैनीताल को दूरभाष पर अवगत कराया, तब जाके दूसरी 108 एम्बुलेन्स वहां पहुंची और गर्भवती महिला को सम्बन्धित चिकित्सालय तक पहुंचाया, जिस वजह से महिला की जान बच सकी और मैं तब तक वहां से नहीं गया, जब तक दूसरी एम्बुलेंस वहां नहीं पहुंची।
आम जनजीवन आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ा हुआ है तथा विभिन्न जनपदों से निरंतर यह सूचनाएं प्राप्त हो रही है कि कई स्थानों पर मरीजों को चिकित्सालय लाने के लिए प्रयुक्त 108 एम्बुलेंस बार-बार तकनीकी खराबी के कारण समय पर सेवा देने में विफल हो रही है। यह स्थिति न केवल गंभीर चिंता का विषय है, बल्कि कई बार यह देरी मरीजों के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है। 108 एम्बुलेंस सेवा आपातकालीन स्थितियों में एक जीवनरेखा की तरह कार्य करती है। ऐसे में आवश्यक है कि इस सेवा की तकनीकी स्थिति संचालन की गुणवत्ता तथा उसमें उपलब्ध जीवन रक्षक सुविधाओं, लाइफ सपोर्ट सिस्टम की पुनः गहन समीक्षा की जाए।
श्री भट्ट ने कहा कि उत्तराखण्ड़ प्रदेश की समस्त 108 एम्बुलेंस सेवाओं का तकनीकी ऑडिट एंव संचालन स्थिति की समीक्षा कराई जाए, जिन स्वास्थ्य केन्द्रों में पुरानी अथवा तकनीकी रूप से अनुपयुक्त 108 एम्बुलेंस कार्यरत है, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर हटाकर नई और आधुनिक सुविधाओं से युक्त एम्बुलेंस प्रदान की जाए, सभी नई एम्बुलेंस में बेसिक और एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
श्री भट्ट ने पत्र के माध्यम से कहा है कि उत्तराखण्ड की भौगोलिक परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए यथाशीघ्र खराब एम्बुलेंस को हटाकर नई 108 एम्बुलेन्स की व्यवस्था की जाए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की दुखद घटनाओं से बचा जा सकें।

