कमला दुर्गापाल का गरजता एलान — डम्पर, फिटनेस, आवारा पशु, बिजली और 15 साला नीति पर लड़ाई का ऐलान

“15 साला नहीं चलेगा, विकास का नया मॉडल चाहिए!”

जयपुर खीमा/पदमपुर देवलिया से अनार चुनाव चिन्ह लेकर क्षेत्र पंचायत सदस्य पद की चुनावी दौड़ में उतरीं पूर्व ग्राम प्रधान कमला दुर्गापाल ने आज स्पष्ट कर दिया कि यह चुनाव सिर्फ जनसेवा का संकल्प नहीं, बल्कि जनआवाज़ की लड़ाई है।

गांवों की सबसे बड़ी चिंता — गोला क्षेत्र में चलने वाले डम्पर, 15 साल की थोप दी गई नीति, आवारा पशुओं का आतंक, जंगली जानवरों का हमला, और बिजली की बार-बार कटौती — अब चुनावी मुद्दा बन चुके हैं।

🔻 “15 साल बाद डम्पर बंद करना नहीं चलेगा”

कमला दुर्गापाल ने सरकार द्वारा तय की गई ’15 साल की डम्पर नीति’ पर तीखा सवाल उठाया:

> “सरकार कह रही है कि 15 साल बाद डम्पर गोला में नहीं चलेंगे। यह जनता की रोज़ी-रोटी से खिलवाड़ है।
जनता चाहती है — 15 साला नीति खत्म हो, डम्पर चलते रहें। यह हमारी पहली लड़ाई होगी।”

🔧 फिटनेस की समस्या और नये नियमों पर भी सख्त रुख

> “जो लोग वर्षों से अपना पेट इन डम्परों से पाल रहे हैं, उनके सामने सरकार ने नए-नए नियमों की दीवार खड़ी कर दी है।
फिटनेस की व्यवस्था सरल और पारदर्शी होनी चाहिए, न कि गरीबों को परेशान करने वाली।”

🐄 आवारा पशुओं और जंगली जानवरों की समस्या बनेगी चुनावी एजेंडा

> “रात को खेतों में किसानों की फसलें आवारा मवेशी और जंगली सूअर नष्ट कर रहे हैं।
सरकार ने सिर्फ बातें कीं, लेकिन जमीनी समाधान नहीं दिया।
हमारी प्राथमिकता होगी — फेंसिंग, रात्रि सुरक्षा, और स्थायी समाधान।”

⚡ बिजली की अनियमितता और कम वोल्टेज पर चिंता

> “गांवों में बिजली घंटों गायब रहती है, ट्रांसफॉर्मर जलते हैं, लो-वोल्टेज से पंखे तक नहीं चलते।
हम मांग करते हैं — क्षेत्र के लिए स्थायी बिजली आपूर्ति समाधान, समयबद्ध मरम्मत, और नई लाइनें बिछाना।”

🗳️ चुनावी संकल्प: “अनार पर मोहर, विकास का संकल्प”

 

कमला दुर्गापाल ने जनता से अपील की:

> “यह चुनाव सिर्फ अनार पर मोहर लगाने का नहीं,
बल्कि विकास, रोज़गार, और इंसाफ की जीत का अवसर है।”

उन्होंने यह भी दोहराया कि:

✅ गांव-गांव तक पक्की सड़कें
✅ बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा
✅ किसानों और महिलाओं की भागीदारी
✅ आवारा पशुओं और जंगली जानवरों से स्थायी सुरक्षा
✅ बिजली आपूर्ति की स्थिरता और सुधार
✅ और अब — डम्पर और फिटनेस नीति में बदलाव की खुली लड़ाई

— ये सभी उनकी प्राथमिकताओं में शामिल हैं।

🔥 जनसैलाब और समर्थन बना ऊर्जा का स्रोत

उनकी रैलियों में उमड़ा जनसैलाब साफ संकेत दे रहा है कि ग्रामीण जनता बदलाव चाहती है — और यह बदलाव कमला दुर्गापाल के नेतृत्व में मुमकिन है।

🗣️ किसान नेता हेम दुर्गापाल ने कहा:

> “कमला जी का ट्रैक रिकॉर्ड जनता जानती है। अब समय है ऐसे मुद्दों पर आवाज़ उठाने का जिनसे आम आदमी का जीवन प्रभावित होता है।”

📢 जनता से अपील:

> “डम्पर नीति बदलनी है, फिटनेस में पारदर्शिता लानी है,
आवारा पशुओं से खेतों को बचाना है, बिजली की स्थिरता लानी है —
तो इस बार अनार पर मोहर लगाकर विकास की नई इबारत लिखिए।
यह चुनाव आपकी आवाज़ है — उसे बुलंद कीजिए।”

🗓️ वोटिंग की तारीख पास है — आइए, बदलाव की शुरुआत करें।
✋ वोट करें, सही नेतृत्व को चुनें।


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गिरीश भट्ट

मुख्य संवाददाता - मानस दर्पण

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