सेंट लॉरेंस स्कूल, डहरिया, हल्द्वानी में कार्यशाला मे बालिकाओं द्वारा हल्द्वानी में विभिन्न स्थानों को चिन्हित किया जहाँ पर उनके साथ गलत व्यवहार हुआ

चिन्हित स्थान : जिसमें बिड़ला स्कूल के पास, सिंधी चौराहा, हरिपुर जमन सिंह रोड, क्रियाशाला मुखानी के पास, सुशीला तिवारी हॉस्पिटल के पीछे गली, श्यामा गार्डन रोड, देवलचैड, गन्ना सेंटर, आरटीओ रोड के पास

हल्द्वानी – 04 सितम्बर 2024, सेंट लॉरेंस स्कूल, डहरिया, हल्द्वानी में महिला एवम बाल विकास विभाग नैनीताल द्वारा जिलाधिकारी महोदया के निर्देशों के क्रम में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अंतर्गत बालिकाओं द्वारा असुरक्षित स्थानों के चिन्हीकरण विषय में कार्यशाला आयोजित की गई।
कार्यशाला में जनपद के विभिन्न विभागों द्वारा प्रतिभाग किया गया एवम जानकारी दी गई पुलिस विभाग, स्वास्थ, शिक्षा एवम परिवीक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा बालिकाओं से जुड़ी योजनाएं एवं समस्याओं के बारे में जानकारी दी गई। अपर निदेशक, प्रशिक्षण ऋचा सिंह एवम बाल विकास अधिकारी, हल्द्वानी शिल्पा जोशी द्वारा बालिकाओं से ऐसे स्थानों के बारे में पूछा गया जहां पर वह असुरक्षित महसूस करती हैं। बालिकाओं द्वारा हल्द्वानी में विभिन्न स्थानों को चिन्हित किया गया। जिसमें बिड़ला स्कूल के पास, सिंधी चैराहा, हरिपुर जमन सिंह रोड, क्रियाशाला, मुखानी के पास, सुशीला तिवारी हॉस्पिटल के पीछे गली, श्यामा गार्डन रोड, देवलचैड, गन्ना सेंटर, आरटीओ रोड के पास आदि। बालिकाओं द्वारा स्वयं के साथ हुई घटनाओं का विवरण दिया गया, साथ ही असुरक्षित महसूस किए जाने की वजह भी बताई गई जैसे युवक झुंड बना कर खड़े रहते हैं, शराब या नशे का सेवन करते हैं, गाड़ी स्पीड से चलाते हैं और आते जाते लड़कियों को छेड़ते हैं आदि।
कार्यशाला मे बालिकाओं ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और सुझाव भी पेश किए जिसमें ऑटो चालक का सत्यापन, स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था, ऑटो चालक के गले में अनिवार्य आईडी कार्ड, ऑटो या रिक्शा स्टैंड पर एवम अन्य चिन्हित स्थानों पर पुलिस की गश्त आदि। कार्यशाला में चिन्हित स्थानों एवम कारणों के साथ समिति अपनी रिपोर्ट प्रेषित करेगी जिससे संबंधित विभाग को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया जाएगा। कार्यक्रम में डा. श्वेता, ने महिला स्वास्थ संबंधी एवम पुलिस विभाग से एसआई. ज्योति कोरंगा ने महिला हेल्पलाइन ऐप और हेल्पलाइन नम्बर्स
की जानकारी दी।
कार्यक्रम का उद्देश्य भय मुक्त वातावरण को बनाना है जहां बालिकाएं स्वयं को असुरक्षित ना महसूस करें और विश्वास के साथ कहीं भी आ जा सके, उन्हें आने-जाने में भय ना लगे और जिस भी क्षेत्र में छेड़छाड़ या बच्चियों को असुरक्षा महसूस हुई है। कार्यक्रम में विद्यालय की प्रधानाचार्या अनिता जोशी,सुपरवाईजर सुशीला ग्वाल, जिला प्रोबेशन कार्यालय से तबस्सुम, शिक्षा विभाग से यशोदा शाह उपस्थित रहे।
अब देखना यह है कि इस आधार पर अब जिला प्रशासन किस तरीके से क्रिया करता है ताकि बालिकाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए और चिन्हित स्थलों पर सुरक्षा के प्रबंध किये जाए.

गणेश मेवाड़ी

संपादक - मानस दर्पण
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