उत्तराखंड में स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था का गंभीर मामला सामने आया

उत्तराखंड के नैनीताल जिले के रामनगर में स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था का एक गंभीर मामला सामने आया है। एक दुर्घटना में दो लोग घायल हुए थे, जिनमें से एक की मौके पर ही मृत्यु हो गई, जबकि दूसरे घायल को रामनगर अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी भी मृत्यु हो गई।
*अस्पताल प्रशासन की लापरवाही*
अस्पताल प्रशासन द्वारा मृतक के शव को पोस्टमार्टम हाउस तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराई गई, जिसके कारण शव को ई-रिक्शा से ले जाना पड़ा। यह घटना स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था को उजागर करती है।
*क्या है मामला?*
दुर्घटना में घायल हुए दो लोगों में से एक की मौके पर ही मृत्यु हो गई थी, जबकि दूसरे घायल को रामनगर अस्पताल ले जाया गया था। अस्पताल में इलाज के दौरान दूसरे घायल की भी मृत्यु हो गई। इसके बाद अस्पताल प्रशासन को मृतक के शव को पोस्टमार्टम हाउस तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की आवश्यकता थी, लेकिन अस्पताल प्रशासन द्वारा एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराई गई।
*ई-रिक्शा से ले जाया गया शव*
अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण मृतक के शव को ई-रिक्शा से पोस्टमार्टम हाउस तक ले जाना पड़ा। यह घटना स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था को उजागर करती है और मृतक के परिवार के लिए यह एक बड़ा आघात है।
*क्या कार्रवाई होगी?*
अब देखना यह है कि स्वास्थ्य विभाग की इस लचर व्यवस्था के लिए क्या कार्रवाई की जाती है। क्या अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाएगी या नहीं। यह घटना स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था को उजागर करती है और इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने की आवश्यकता है।

