उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय, हल्द्वानी ने भावनात्मक और शैक्षणिक गतिविधियों के साथ मनाया सप्ताह

राष्ट्रीय समाज कार्य सप्ताह पर वृद्धाश्रम भ्रमण और संगोष्ठी का हुआ आयोजन
हल्द्वानी, 20 अगस्त उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग द्वारा “6वाँ राष्ट्रीय सामाजिक कार्य सप्ताह” बड़े हर्षोल्लास और सामाजिक सरोकार के साथ मनाया गया। सप्ताह के अंतर्गत आज विभाग ने हल्द्वानी स्थित श्री आनंद वृद्धाश्रम, रामपुर रोड का भ्रमण किया।
विभाग के छात्र-छात्राओं ने वृद्धजनों के साथ समय बिताया और एक संगीतमय सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया, जिससे आश्रम का वातावरण भावुकता और प्रसन्नता से भर गया। इस अवसर पर राज्य समन्वयक, NAPSWI, डॉ. नीरजा सिंह ने राज्य भर में इस प्रकार के आयोजनों के महत्व को रेखांकित किया।
कार्यक्रम का संचालन विभाग की निदेशक प्रो. रेनू प्रकाश के मार्गदर्शन में हुआ। इस दौरान संकाय सदस्यों द्वारा “बुजुर्गावस्था में स्वास्थ्य संरक्षण और निवारक उपाय” विषय पर जागरूकता व्याख्यान भी प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम में वृद्धाश्रम की संस्थापिका व तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित श्रीमती कनक चन्द और पर्यावरण संरक्षक श्री मदन मोहन बिष्ट की गरिमामयी उपस्थिति ने आयोजन को और भी प्रेरणादायी बना दिया।
इसी श्रंखला में देहरादून स्थित उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय परिसर में एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन भी किया गया, जिसका विषय था: “मानव स्वास्थ्य में सामाजिक सेतुओं का महत्व”।
इस संगोष्ठी में डॉ. भावना डोभाल, डॉ. सुभाष रमोला, डॉ. नरेंद्र जगूड़ी, डॉ. गोविंद सिंह रावत सहित कई विद्वानों एवं विश्वविद्यालय के छात्रों और कर्मचारियों ने सहभागिता की।
विभाग की कार्यक्रम समन्वयक डॉ. नीरजा सिंह, सहायक प्राध्यापक श्रीमती कुशा सिंह और डॉ. पूजा हैड़िया की सक्रिय उपस्थिति से आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
इस तरह के आयोजनों से विद्यार्थियों को न केवल अनुभवात्मक शिक्षा मिलती है, बल्कि समाज के प्रति संवेदनशीलता और सेवा-भावना को भी बल मिलता है।

