भगवान बद्रीविशाल के कपाट खुलने से पहले उत्तराखंड को बड़ी सौगात, ज्योतिर्मठ के लिए 291 करोड़ की मंजूरी

देहरादून  केन्द्र सरकार ने भगवान बद्रीविशाल के कपाट खुलने की पूर्व संध्या पर उत्तराखंड को बड़ी सौगात दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अनुरोध पर ज्योतिर्मठ को आपदा सुरक्षित करने के लिए 291.15 करोड़ रुपये की धनराशि मंजूर की गई है।

*क्या है परियोजना?*

उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण ने ज्योतिर्मठ शहर में जमीन के धंसने को रोकने और शहर के निवासियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए विभिन्न परियोजनाएं शुरू करने का प्रस्ताव दिया है। परियोजनाओं में अलकनंदा नदी के किनारे टो प्रोटेक्शन कार्य, ढलान स्थिरीकरण उपाय, वाटर और सैनिटेशन शामिल हैं।

*क्यों जरूरी है परियोजना?*

ज्योतिर्मठ में 2 जनवरी 2023 को कई घरों और अवसंरचनाओं में भू-धंसाव के कारण बड़ी दरारें दिखाई देने लगी थीं। लगभग 22 प्रतिशत संरचनाएं इससे प्रभावित हुई थीं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तुरंत इस संबंध में शासन के आला अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति की जानकारी ली थी।

*क्या कहा मुख्यमंत्री ने?*

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ज्योतिर्मठ के सुनियोजित विकास तथा सुरक्षित दीर्घकालिक कार्यों के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से न केवल ज्योतिर्मठ के आपदा प्रभावित क्षेत्र को सुरक्षित किया जा सकेगा, अपितु स्थानीय निवासियों एवं देश-विदेश से भगवान बद्रीविशाल के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के सुरक्षित विश्राम हेतु स्थल उपलब्ध हो सकेगा।

*कौन सी एजेंसियां शामिल?*

एनडीएमए, यूएसडीएमएम, आईआईटी रुड़की, यूएनडीपी, सीबीआरआई, वाडिया इंस्टीट्यूट, एनआईडीएम, और अन्य एजेंसियों के विशेषज्ञों ने ज्योतिर्मठ का भ्रमण किया था और पीडीएनए (पोस्ट डिजास्टर नीड असेसमेंट) किया था।


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गिरीश भट्ट

मुख्य संवाददाता - मानस दर्पण