जयपुर खीमा की जनता फिर सौंप सकती है पंचायत की कमान सीमा पाठक को

✅ “काम किया है, काम करेंगे – सबके सपने पूर्ण करेंगे” के संकल्प के साथ फिर चुनावी मैदान में सीमा पाठक

जयपुर खीमा, नैनीताल – त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों को लेकर राज्य सरकार की ओर से भले ही अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है, लेकिन ग्राम पंचायत जयपुर खीमा की निवर्तमान ग्राम प्रधान श्रीमती सीमा पाठक ने एक बार फिर से चुनावी मैदान में उतरने का संकल्प ले लिया है। सामान्य महिला सीट पर चुनाव लड़ी जा रही सीमा पाठक अपने बीते पांच वर्षों के कार्यकाल में किए गए विकास कार्यों के आधार पर जनता का आशीर्वाद मांग रही हैं।

🌱 बीते कार्यकाल में किए अनेक विकास कार्य

सीमा पाठक का कार्यकाल 2019 से 2024 तक रहा, जिसमें उन्होंने कोरोना जैसी वैश्विक आपदा के बावजूद गांव की प्रगति में कोई कसर नहीं छोड़ी। शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, सड़क, सिंचाई, बच्चों के पार्क, स्ट्रीट लाइट, गूल निर्माण, महिला स्वावलम्बन, पौधारोपण, सफाई व्यवस्था, सामाजिक समारोह – हर क्षेत्र में उनका योगदान उल्लेखनीय रहा।

🏆 राज्य स्तर पर मिली पहचान

उनके योगदान को देखते हुए उन्हें उत्तराखंड राज्य ग्राम प्रधान संगठन में प्रदेश सचिव जैसे महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी भी सौंपी गई। सीमा पाठक ने प्रदेशभर में ग्राम पंचायतों की आवाज को मजबूती से उठाया और नीतिगत बदलावों की पहल की।

🙏 जनता से मिल रहा भरपूर समर्थन

चुनाव की आधिकारिक घोषणा भले न हुई हो, लेकिन सीमा पाठक का जनसंपर्क अभियान पूरी गति से जारी है। हर घर पहुंच रही सीमा पाठक को ग्रामीणों का व्यापक समर्थन मिल रहा है। लोग कहते हैं कि “जो काम किया है, उसे दोबारा मौका देना हमारा फर्ज है।”

🎓 शिक्षा, संस्कार और सेवा का संगम

एयरफोर्स स्कूल बरेली से हाईस्कूल, सेंट्रल स्कूल से इंटर, रुहेलखंड विश्वविद्यालय से बीए, कुमाऊं यूनिवर्सिटी से एमए (अंग्रेज़ी), श्रीनगर गढ़वाल विश्वविद्यालय से बीएड और एनआईआईटी से कंप्यूटर डिप्लोमा जैसी उच्च शिक्षा प्राप्त कर चुकीं सीमा पाठक पूर्व में शिक्षिका भी रह चुकी हैं। उनका शिक्षित, संवेदनशील और व्यवहारिक दृष्टिकोण उनके कार्यों में स्पष्ट दिखता है।

🌸 सांस्कृतिक नेतृत्व में भी अग्रणी

चाहे उत्तरायणी कौतिक मेला हो या भागवत कथा, सीमा पाठक की सहभागिता हर आयोजन में प्रमुख रहती है। वह क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहरों को संजोने और अगली पीढ़ियों तक पहुंचाने के लिए निरंतर सक्रिय रहती हैं।

🌍 पर्यावरण एवं स्वच्छता की मिसाल

हर वर्ष वर्षाकाल में फलदार पौधों का वितरण, स्वच्छता गाड़ी संचालन, स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था, गोबर गैस संयंत्र, कुक्कुट पालन और मौन पालन को बढ़ावा – इनके माध्यम से उन्होंने पर्यावरण और ग्रामीण आजीविका दोनों पर ध्यान केंद्रित किया।

❤️ कोरोना काल में दिखाई मानवता की मिसाल

जब पूरा देश बंद था, तब सीमा पाठक ने अपने संसाधनों से जरूरतमंदों तक मास्क, सैनिटाइज़र, दवाइयां और भोजन पहुंचाकर एक सच्चे जनसेवक की भूमिका निभाई। इस कार्य के लिए उन्हें सरकारी प्रशस्ति पत्र भी मिले।

📢 सीमा पाठक का स्पष्ट संदेश है –

> “जनता ने मुझ पर भरोसा किया है, और मैं पूरी निष्ठा, ईमानदारी और समर्पण के साथ उनके विश्वास पर फिर से खरा उतरना चाहती हूं। मेरा सपना है – जयपुर खीमा को एक आदर्श ग्राम पंचायत के रूप में विकसित करना।”

📌 संक्षेप में:

क्षेत्र योगदान

विकास कार्य सड़कों, गूलों, स्कूल भवन, स्ट्रीट लाइट, जिम, पार्क, सार्वजनिक टॉयलेट
महिला सशक्तिकरण स्व-सहायता समूह, रोजगार, तीज-महोत्सव
स्वास्थ्य 40+ चिकित्सा शिविर, टीकाकरण, कोविड सेवा
पर्यावरण पौधारोपण, सफाई वाहन, गोबर गैस संयंत्र
शिक्षा स्कूल भवन, सामग्री, यूनिफॉर्म, किताबें, डिजिटल संपर्क
सांस्कृतिक नेतृत्व कौतिक मेला, धार्मिक आयोजन, लोक कला संरक्षण

📍 निष्कर्ष:
श्रीमती सीमा पाठक एक शिक्षित, जनसेवा के प्रति समर्पित, व्यवहार कुशल, सामाजिक व सांस्कृतिक रूप से जागरूक नेत्री हैं, जिन्होंने कोरोना काल जैसी चुनौतीपूर्ण परिस्थिति में भी ग्राम पंचायत जयपुर खीमा को विकास की नई दिशा दी। यही कारण है कि पंचायतवासी एक बार फिर उन्हें नेतृत्व सौंपने के इच्छुक हैं।


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गिरीश भट्ट

मुख्य संवाददाता - मानस दर्पण

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