लालकुआं स्थित सेंचुरी पल्प एण्ड पेपर्स मिल परिवार ने आज यहाँ मिल परिसर में बड़े ही उत्साह एवं धूमधाम के साथ आजादी की 78वीं वर्षगांठ मनाई

लालकुऑ ( नैनीताल ), स्वतंत्रता दिवस समारोह के इस पावन अवसर पर मिल के सी ई ओ अजय गुप्ता ने ध्वजा रोहण किया और फिर सामूहिक राष्ट्रगान के बाद भारत माता की जय के नारे भी लगाए गये।
अपने सम्बोधन में सी ई ओ अजय गुप्ता ने सर्वप्रथम आजादी के दीवानों का भावपूर्ण स्मरण किया और सेंचुरी मिल परिवार समेत समस्त क्षेत्रवासियों व देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी और देश की खुशहाली की कामना भी की।
श्री गुप्ता ने इस मौके पर गुलामी की त्रासदी व भारत के विभाजन की भयावह विभीषिका पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत बड़े व कड़े संघर्षों के बाद आजाद हुआ और धीरे – धीरे ही सही लेकिन एक बार फिर अपने पथ पर आगे बढ़ कर आज अपने पुराने गौरव को पुनः प्राप्त करने की स्थिति में खड़ा है।
श्री गुप्ता ने राष्ट्र के निर्माण व विकास में उद्योगों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आजादी के बाद भारत के नव निर्माण में आदित्य बिड़ला समूह के ऐतिहासिक योगदान को सारा देश जानता है। उन्होंने कहा राष्ट्र के निर्माण की इस यात्रा में आदित्य बिरला ग्रुप आज भी लगातार अपना शानदार योगदान कर रहा है। इस महान योगदान का जितना भी गुणगान किया जाये शायद वह कम होगा ।
सी ई ओ अजय गुप्ता ने उपस्थित मिल प्रबन्धन, कार्मिक व उनके परिवारीजनों को परिश्रम व अनुशासन की महत्ता बताते हुए कहा कि किसी भी समाज व राष्ट्र की समृद्धि के लिए आपसी एकता, आत्म अनुशासन व ईमानदारी के साथ कठिन परिश्रम बहुत जरूरी होता है। उन्होंने कहा कि आदित्य बिरला समूह संघर्ष व अनुशासन का शानदार उदाहरण है।इस अवसर पर उन्होंनें कहा स्वतन्त्रता सर्वोत्तम उपहार है। स्वतन्त्रता का वास्तविक रूप है।जिम्मेदारी,निरंतर कर्मशीलता,आज का यह दिवस हमारे लिए खास महत्व रखता है। श्री अजय गुप्ता ने मिल के कर्मचारियो,अधिकारियों,सहित कारखानें से जुडे तमाम लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्षों के कठोर संघर्ष के बाद भारत माता की धरती पर 15 अगस्त 1947 को स्वतन्त्रता रुपी सूर्य का उदय हुआ। इसी समय से आदित्य बिरला ग्रुप भी विकास के पथ पर अग्रसर हुई इस दिन वर्षों की गुलामी के बाद ब्रिटिश शासन से हमारे देश को आजादी मिली उन्होनें कहा भारतीय स्वतन्त्रता दिवस के इस ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण दिन की महानता अपने आप में अदितीय है।परतन्त्रता की बेडियां टूटी हमारे देश में नये जीवन का संचार हुआ। भारतभूमि के महान् क्रांतिकारियों ने देश की आजादी के लिए विराट संघर्ष किया जिसे भुलाया नहीं जा सकता है उन्हीं की बदौलत आज हम 78 वॉ स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं

गणेश मेवाड़ी

संपादक - मानस दर्पण
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