पार्टी संगठन का आदेश हुआ तो पूरी शक्ति से लड़ेंगी मेयर का चुनाव– सुमित्रा प्रसाद
हमारे जनप्रतिनिधि सुमित्रा प्रसाद

हमारे जनप्रतिनिधि सुमित्रा प्रसाद
पूर्व अध्यक्ष- जिला पंचायत, नैनीताल
( पूर्व दर्जा राज्य मंत्री ) बतौर जिला पंचायत अध्यक्ष किये गये कार्यों के आधार पर मागेंगी जनता से आशीर्वाद समग्र व सन्तुलित विकास के नये विजन को लेकर जायेंगी लोगों के बीच नगर निगम क्षेत्र को स्वच्छ, सुन्दर व अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित बनाने पर रहेगा विशेष फोकस युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों तथा बेसहारा लोगों के मुद्दों को देंगी प्राथमिकता नये नागरिक पार्कों तथा चिल्ड्रन पार्कों का होगा निर्माण नगर निगम अन्तर्गत प्रत्येक क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं का होगा विस्तार हल्द्वानी ( नैनीताल )। राज्य में आगामी नगर निकाय चुनावों के मद्देनजर चुनाव लड़ने के इच्छुक तमाम निवर्तमान व पूर्व जनप्रतिनिधियों के साथ ही नये लोगों से विकास का विजन व जनता के मुद्दों को लेकर बातचीत का एक अभियान शुरु किया गया है । इसी क्रम में आज पूर्व जिला पचायत अध्यक्ष- नैनीताल, श्रीमती सुमित्रा प्रसाद के साथ नगर निगम हल्द्वानी से मेयर पद का चुनाव लड़ने की सम्भावना को लेकर तथा आम जनता से जुड़े अलग-अलग मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई । प्रस्तुत हैं बातचीत के कुछ अंश-
नैनीताल जिला पंचायत की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा प्रसाद अपने शानदार व निर्विवाद कार्यकाल में लोगों के बीच काफी चर्चित व लोकप्रिय जनप्रतिनिधि रहीं । सिर्फ इसलिए नहीं कि वह अत्यधिक सरल, सहज, मधुर भाषी व मिलनसार रही अपितु उन्होंने अपने कार्य- व्यवहार को अनुशासन व पूरी जिम्मेवारी के साथ निभाया। सभी को साथ लेकर चलने की अपनी स्वाभाविक कार्यशैली के चलते आम जनता से लेकर कर्मचारियों, अधिकारियों, पार्टी कार्यकर्ताओं समेत सगठन के बड़े नेताओं के बीच उन्होंने अपनी एक खास पहचान बनाई । फलस्वरूप अपने कार्यकाल में उक्त सभी का भरोसा जीतने में वह कामयाब रही ।
आगामी नगर निकाय चुनावो में हल्द्वानी नगर निगम के मेयर का चुनाव लड़ने को लेकर चल रही उनके नाम की चर्चा के बाबत जब सुमित्रा प्रसाद से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पार्टी संगठन का यदि आदेश हुआ तो वह मेयर का चुनाव अवश्य लड़ेंगी और पूरी शक्ति के साथ लड़ेंगी। पार्टी की ओर से इस बाबत कोई आश्वासन मिलने सम्बन्धी सवाल पर सुमित्रा ने कहा कि भाजपा में आश्वासन जैसी कोई बात नहीं होती है । वरिष्ठ नेताओं द्वारा कार्यकर्ताओं के साथ कई दौर की मंत्रणा के बाद ही कुछ नाम तय होते हैं, फिर उनमें से भी सम्भावित प्रत्यासी की योग्यता, अनुभव जनाधार, लोकप्रियता, पार्टी संगठन के प्रति समर्पण भाव जैसे तमाम अलग – अलग समीकरण देखे जाते हैं तभी एक नाम पर अन्तिम सहमति बनती है। सुमित्रा प्रसाद ने कहा चूंकि भाजपा एक अनुशासित पार्टी है, संगठन द्वारा जो भी नाम तय होगा, वह सभी को स्वीकार्य होगा और सभी मिल – जुल कर निर्धारित लक्ष्य पर कार्य करेंगे ।
जब उनसे पूछा गया कि पार्टी द्वारा हल्द्वानी नगर निगम के मेयर पद पर चुनाव लड़ने का अवसर दिये जाने की स्थिति में जनसमर्थन हासिल करने का उनका मुख्य आधार क्या होगा, तो सुमित्रा प्रसाद ने बड़े ही आत्मविश्वास के साथ कहा कि सबसे पहले तो वह अपने पूर्व के जिला पंचायत अध्यक्ष पद के कार्यकाल में किये गये विकास कार्यों एवं आम लोगों के लिए किये गये कार्यों के आधार पर जनता से आशीर्वाद मागेंगी। इस के साथ ही सम्पूर्ण नगर निगम क्षेत्र के समग्र व सन्तुलित विकास के नये विजन को लेकर जन समर्थन व जन विश्वास हासिल करने का प्रयास करेंगी।
सुमित्रा प्रसाद ने आगे कहा कि पार्टी द्वारा यदि उनको मौका दिया जाता है तो वह शानदार जीत के साथ पार्टी संगठन व समर्थकों की उम्मीदों पर खरी उतरेंगी । उन्होंने कहा कि नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत प्रत्येक गली, मोहल्ले व कालोनियों को स्वच्छ, सुन्दर बनाने व सभी तरह की अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित करने पर उनका विशेष फोकस रहेगा। इसके अलावा युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गो तथा बेसहारा लोगों के दैनिक जीवन से जुड़े तमाम मुद्दों का त्वरित समाधान हो, इसके लिए वह हरसम्भव प्रयास करेंगी
सुमित्रा प्रसाद ने कहा कि हल्द्वानी नगर निगम क्षेत्र में यद्यपि पूर्व में भी अनेक ऐतिहासिक कार्य हुए हैं, लेकिन निगम क्षेत्र के विस्तार को देखते हुए और लोगों की बढ़ती उम्मीदों के मद्देनजर बहुत कुछ किये जाने की आवश्यकता हमेशा महसूस की जाती है। उन्होंने कहा कि विकास के साथ-साथ लोगों की उम्मीदें भी बढ़ती चली जाती हैं और किसी भी लोक कल्याणकारी सरकार से जनता बड़ी उम्मीदें रखती है, जिनको पूरा करना व कराना जनप्रतिनिधि का कर्तव्य हो जाता है।
सुमित्रा प्रसाद ने कहा कि नगर की बढ़ती आवादी एवं निगम के विस्तार को देखते हुए अब अनेक नागरिक पार्कों व बच्चों के लिए चिल्ड्रन पार्कों की आवश्यकता महसूस की जा रही है। इस दिशा में योजनाबद्ध तरीके से काम करने के लिए वह सदैव तत्पर रहेंगी। नगर के हर कोने में सभी तरह की मूलभूत सुविधाओं के विकास के लिए वह संकल्पबद्ध हैं।
इसी के साथ सुमित्रा प्रसाद ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, विजली, पानी, पार्किंग, ट्रैफिक व्यवस्था जैसी नागरिक सुविधाओं की गुणवत्ता बेहतर से बेहतर हों, इस हेतु सम्बन्धित सभी विभागों के बीच उचित तालमेल नितान्त आवश्यक है। इसके लिए वह आज की और भविष्य की जरूरतों को देखते हुए कुछ अलग हटकर . व्यावहारिक धरातल पर काम करना चाहती हैं।
सकारात्मक बातचीत में यह बात तो लगभग स्पष्ट हो गयी कि कर्मठ, ईमानदार, अनुशासित व मिलनसार युवा नेत्री सुमित्रा प्रसाद का स्थानीय विकास को लेकर अपना एक स्पष्ट विजन है, जिसके प्रति वह संकल्पबद्ध भी दिखाई देती हैं।
यहां यह उल्लेखनीय है कि सुमित्रा प्रसाद किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि से नहीं अपितु एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखती हैं । परन्तु वह स्वयम् और उनका पूरा परिवार वास्तव में एक उच्च शिक्षित परिवार है।
सुमित्रा प्रसाद ने पहली बार वर्ष 2014 में राजनीति में प्रवेश किया और जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर निर्वाचित होकर नैनीताल जनपद जनपद का प्रथम नागरिक होने का गौरव प्राप्त किया था अपनी नेतृत्व क्षमता दिखाने का अवसर मिला। यही कारण भी था कि सुमित्रा ने जिला पचायत नैनीताल का निर्विवाद संचालन किया । जन समस्याओं को लेकर उनकी संवेदनशीलता का परिचय इसी बात से मिल जाता है कि उन्होंने समाज की छोटी-छोटी जरूरतों व समस्याओं पर ध्यान केंद्रित कर अनेक ऐसे महत्वपूर्ण कार्य किये, जिनके कारण आम जनता में उनको काफी लोकप्रियता मिली ।
सुमित्रा प्रसाद स्वच्छ भारत मिशन से काफी प्रभावित थी । इसीलिए उन्होंने स्वच्छता को गम्भीरता से लेते हुए अपने जनपद स्तर पर सफाई व्यवस्था को लेकर एक अनूठी मुहिम शुरू कराई ।
श्जनपद नैनीताल के भीमताल,हल्द्वानी, रामनगर, बेतालघाट, धारी, रामगढ़ व कोटाबाग आदि विकासखण्डों के ग्रामीण क्षेत्रों में कूड़ा निस्तारण की मुहिम जिला पंचायत द्वारा आपके ही कार्यकाल में प्रारम्भ हुई। सुमित्रा प्रसाद ने स्वच्छता को प्राथमिकता देते हुए हल्द्वानी निगम क्षेत्र के तत्कालीन ग्रामीण क्षेत्र रहे तल्ली बमौरी व मुखानी क्षेत्रों में घर – घर से कूड़ा उठाने हेतु ष् ठोस अपशिष्ट प्रबंधन ष् का कार्यक्रम चलाया, जो कि प्रदेश भर में किसी भी जिला पंचायत द्वारा किया गया पहला एवं सराहनीय प्रयास था।
सुमित्रा प्रसाद ने जिला पंचायत क्षेत्रान्तर्गत पर्यटन इलाके- धारी, गरमपानी, बेतालघाट, मुक्तेश्वर आदि क्षेत्रों में होटल व्यावसायियों एवं व्यापार मण्डल के अनुरोध पर यत्र-तत्र अनेक कूड़ेदान स्थापित करवाये । इसी का परिणाम था कि काफी हद तक लोगों को कूड़े की समस्या से निजात दिलाई जा सकी ।
अपने कार्यकाल में सुमित्रा प्रसाद द्वारा जो एक और अहम कार्य किया गया, वह था जिला पंचायत व्यावसायिक कर का निर्धारण । इसके तहत जिला पंचायत को आर्थिक रूप से मजबूत करने की पहल करते हुए जहाँ पूर्व में प्रचलित लाइसेंस फीस, हॉट बाजार, रिक्शा- तांगा व अन्य उपविधियों में संशोधन करते हुए जन सुविधाओं को बढ़ावा दिया गया। परिणामस्वरूप जिला पंचायत नैनीताल की आय में भी गुणात्मक वृद्धि हुई।
सुमित्रा प्रसाद की इस नई पहल को तत्कालीन राज्य सरकार द्वारा बहुत सराहा गया और प्रोत्साहन राशि के रूप में जिला पंचायत नैनीताल को एक करोड़ रुपये की धनराशि प्रदान की गयी। सरकार द्वारा प्रदत्त उक्त धनराशि में से 25 फीसदी पंचायत सदस्यों की विकास जरूरतों के तहत अपने विवेकाधीन कोष में रखी और शेष 75 फीसदी धनराशि तत्कालीन जिला पंचायत के 31 सदस्यों को कार्य योजनानुसार समान रूप से वितरित कर ही गयी।
सुमित्रा प्रसाद ने जनपद के अनेकानेक ग्रामीण इलाकों में बहुत सी सड़कों का निर्माण जिला प्लान के तहत करवाया ।अधिकारियों – कर्मचारियों व पंचायत सदस्यों के बीच लगातार समन्वय बिठा कर जनहित के अनेकानेक कार्य कराने में शानदार भूमिका निभाई । अर्थात जिला पंचायत नैनीताल को पांच वर्ष तक निर्विवाद संचालित कर आपने अपनी नेतृत्व क्षमता, बुद्धि कौशल तथा सभी को साथ लेकर चलने की इच्छा शक्ति का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया ।
यहां यह बताते चलें कि सुमित्रा प्रसाद का मूल निवास ( मायका ) गगोलीहाट – पिथौरागढ़ है। उनके पिता श्री फकीर राम बीएचईएल से सेवानिवृत्त हैं, जबकि माता श्रीमती जानकी देवी एक गृहिणी हैं। सुमित्रा प्रसाद के तीन बड़े भाई हैं, जिनमें सबसे बड़े भाई व भाभी सरकारी शिक्षक हैं, दूसरे भाई अशोक लीलेंड में प्रबन्धक पद पर कार्यरत हैं और तीसरे भाई का अपना स्वयम् का व्यवसाय है।
सुमित्रा प्रसाद वर्तमान में जज फार्म, छोटी मुखानी हल्द्वानी में रहती हैं। उन्होंने कुमाऊं विश्व विद्यालय से अर्थशास्त्र में मास्टर्स डिग्री प्राप्त की है । उनके पति राकेश प्रसाद, जिन्होंने दिल्ली विश्व विद्यालय के प्रतिष्ठित सेंट स्टीफन्स कालेज से विज्ञान में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है और वर्तमान में बतौर ग्राम पंचायत विकास अधिकारी, भीमताल में सेवारत हैं । परिवार में एक पुत्र व एक पुत्री हैं। पुत्र एनआईटी सिल्चर आसाम से बी. टैक करता है और पुत्री इसी वर्ष इन्टरमिडिएट पास करने के बाद उच्च शिक्षा की ओर अग्रसर है। सुमित्रा प्रसाद के परिवार में शिक्षा के प्रति पहले से ही काफी जागरूकता रही है। सुमित्रा के ससुर स्व बिजेन्द्र प्रसाद भारतीय वन सेवा (आईएफएस ) उत्तर प्रदेश कॉडर के सेवानिवृत्त आईएफएस अधिकारी रहे हैं। । इतना ही नहीं सुमित्रा के जेठ संजय प्रसाद दूर संचार विभाग भारत सरकार केआईटीएस अधिकारी हैं और वर्तमान में प्रधान प्रबन्धक बीएसएनएल कुमाऊं, हल्द्वानी मुख्यालय में तैनात हैं।
कुल मिलाकर एक संस्कारित व सुशिक्षित परिवार से सम्बन्ध रखने वाली सुमित्रा प्रसाद राजनीति में आने वाली परिवार की बेशक पहली सदस्य हैं, लेकिन बहुत कम समय में ही राजनीतिक समझ, नेतृत्व कौशल एवं मिलनसार व्यवहार के कारण आम जनता के बीच उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई है । समाज व राष्ट्र के लिए कुछ कर गुजरने का संकल्प लेकर यह युवा भाजपा नेत्री पार्टी संगठन के कार्यों में सक्रियता, समर्पण, सेवाभाव, अनुशासन व प्रतिबद्धता के चलते पार्टी में और आम लोगों के बीच खासी लोकप्रिय हैं।

