देहरादून में ईश्वरा नेचर हाउसिंग परियोजना रद्द: 72 खरीदारों को 12 करोड़ रुपये वापस

देहरादून के सहस्रधारा रोड स्थित चर्चित रियल एस्टेट प्रोजेक्ट ईश्वरा नेचर पर अब पूरी तरह विराम लग गया है। आत्महत्या कर चुके नामी बिल्डर सतेंद्र साहनी उर्फ बाबा साहनी की इस 600 फ्लैट की आवासीय परियोजना का पंजीकरण उत्तराखंड रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) ने निरस्त कर दिया है।

*रेरा के आदेश पर लौटाए गए 12 करोड़ रुपये*
रेरा के आदेश पर कंपनी साहनी कंस्ट्रक्शन एलएलपी ने फ्लैट बुक करा चुके सभी 72 खरीदारों को उनकी जमा की गई 12 करोड़ रुपये की राशि 11% वार्षिक ब्याज समेत वापस कर दी है। जिन खरीदारों की संपर्क जानकारी उपलब्ध नहीं थी, उनके नाम बैंक ड्राफ्ट बनाकर रेरा कार्यालय में जमा करा दिए गए थे, जिन्हें अब संबंधितों ने प्राप्त कर लिया है।

*साझेदार संजय गर्ग ने कराया था आवेदन*
प्रोजेक्ट के साझेदार संजय गर्ग ने रेरा में आवेदन किया था, जिसके बाद रेरा ने परियोजना का पंजीकरण निरस्त कर दिया। संजय गर्ग ने बताया कि रेरा के निर्देश के बाद केवल 30 दिनों के भीतर पूरी राशि ब्याज समेत लौटाई गई, जो देश में एक रद्द की गई रियल एस्टेट परियोजना के संदर्भ में एक दुर्लभ उदाहरण माना जा रहा है।

*मई 2024 में आत्महत्या के बाद ठप हुआ था निर्माण कार्य*
मई 2024 में सतेंद्र साहनी द्वारा आत्महत्या करने की घटना के बाद से परियोजना अधर में लटक गई थी। इस घटना में गुप्ता बंधु और उनके बहनोई पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके बाद से परियोजना का कार्य ठप हो गया था।

*रेरा ने खरीदारों के हितों की सुरक्षा के लिए दिए थे निर्देश*
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए रेरा ने तत्कालीन अध्यक्ष रबिंद्र पंवार के नेतृत्व में न सिर्फ परियोजना की बुकिंग से जुड़ी जानकारी मांगी, बल्कि खरीदारों के हितों की सुरक्षा के लिए बाकी साझेदारों को धनवापसी के निर्देश दिए थे।

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गिरीश भट्ट

एडिटर - मानस दर्पण