अंगूठी” बनेगी बदलाव की मुहर! कविता जोशी की हुंकार से हिली सियासत

हल्द्वानी/जयपुर खीमा/पदमपुर देवलिया, से क्षेत्र पंचायत सदस्य (BDC) चुनाव में इस बार मुकाबला सिर्फ़ चेहरों का नहीं, सोच और सरोकारों का है। जयपुर खीमा से पदमपुर देवलिया तक गूंज रहा है एक ही नाम — कविता जोशी।
जनता का भरोसा, महिलाओं का समर्थन और युवाओं का उत्साह— सब कुछ इस ओर इशारा कर रहा है कि “अंगूठी” सिर्फ़ एक चुनाव चिन्ह नहीं, बदलाव की एक ठोस दस्तक बन चुकी है।
जनसैलाब बना ताक़त, कविता जोशी के जनजुलूस से बदले समीकरण
गुरुवार को निकले ऐतिहासिक जनजुलूस ने चुनावी हवा का रुख़ ही बदल दिया। भारी भीड़ के बीच कविता जोशी का आत्मविश्वास और जनता से जुड़ाव साफ़ झलकता है।
चुनाव प्रचार के दौरान कविता जोशी ने जनता से सीधे संवाद में कहा:
> “यह चुनाव सत्ता का नहीं, सरोकार का है। अब वक्त है कि अंगूठी पर मोहर लगे—भावनाओं पर नहीं।”
अंगूठी’ बनी विश्वास और बदलाव की पहचान
कविता जोशी का चुनाव चिन्ह ‘अंगूठी’ अब सिर्फ़ प्रतीक नहीं, जनविश्वास की पहचान बन गया है। गांव-गांव, गली-गली में ‘अंगूठी’ को लेकर चर्चा गर्म है। महिलाओं और युवाओं में इसे लेकर जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है।
> “यह अंगूठी मेरे वादों की गारंटी है। मैं हर घर की बेटी, बहन और सेविका बनकर साथ खड़ी रहूंगी।” — कविता जोशी
महिला सशक्तिकरण की नई मिसाल
‘परमातृशक्ति जनसंपर्क रैली’ के मंच से कविता जोशी ने महिलाओं की भूमिका को लेकर बड़ा संदेश दिया:
> “अब महिलाएं सिर्फ़ वोटर नहीं, नीति निर्माता बनेंगी। हर गली, हर समस्या को मां की दृष्टि से देखेंगे।”
उनकी इस बात ने महिला मतदाताओं के दिलों को छू लिया है, और अब महिलाएं खुलकर आगे आ रही हैं — पहली बार चुनावी फिजा में उनकी गूंज स्पष्ट सुनाई दे रही है।
निर्णायक दिन: 28 जुलाई
28 जुलाई को मतदान होगा और उसी दिन तय होगा कि क्या जयपुर खीमा–पदमपुर देवलिया को मिलेगा एक नया नेतृत्व,
जनता की जुबान पर है एक ही सवाल:
“क्या अंगूठी पर लगेगी जनविश्वास की मुहर?”
अंतिम निवेदन:
सभी क्षेत्रवासियों से सादर निवेदन है कि दिनांक 28 जुलाई, सोमवार को BDC हेतु
#कविता जोशी
को चुनाव चिन्ह #अंगूठी पर मोहर लगाकर भारी बहुमत से विजयी बनाएं।
आपकी एक मुहर — क्षेत्र का भविष्य तय करेगी।
🙏भास्कर जोशी

