“आयुष्मान योजना में ‘मनी माफिया’! हल्द्वानी बेस अस्पताल में ऑपरेशन के नाम पर वसूली, मरीजों से खुलेआम ऐंठे जा रहे 15-15 हजार रुपये”

हल्द्वानी सरकार भले ही गरीबों के इलाज के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज देने का दावा कर रही हो, लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। सोबन सिंह जीना बेस चिकित्सालय, हल्द्वानी में हालात ऐसे हैं कि मरीजों से खुलेआम पैसा वसूला जा रहा है – वो भी ऑपरेशन के नाम पर।

मामला कुछ यूं है कि अगर किसी मरीज को तुरंत ऑपरेशन की जरूरत होती है, और उसके पास आयुष्मान कार्ड भी होता है, तब भी डॉक्टर कहते हैं, “कार्ड से सामान आने में 15 दिन लगेंगे। अगर ऑपरेशन जल्दी चाहिए तो बाजार से मंगवाना होगा – कीमत करीब ₹15,000!”

इतना ही नहीं, शाम होते ही अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा भेजा गया एक कथित ‘सामान वाला’ हर बेड पर जाकर कहता है – “आपका कल ऑपरेशन है, ₹15,000 जमा कर दो। डॉक्टर ने भेजा है।” भरोसे के लिए वो डॉक्टर से फोन पर बात भी करवाता है, ताकि मरीज और उसके परिजन डर और जल्दबाज़ी में पैसे दे दें।

यह सब कुछ तब हो रहा है जब आयुष्मान योजना के तहत सभी इलाज, दवाएं और ऑपरेशन पूरी तरह निशुल्क होने चाहिए। लेकिन अस्पताल में एक सुनियोजित ढंग से “डॉक्टर-दलाल नेटवर्क” सक्रिय है, जो गरीब मरीजों को ठग रहा है।

इस वसूली गिरोह का पर्दाफाश ज़रूरी है और प्रशासन को इस मामले में तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। सवाल यह भी उठता है – जब आयुष्मान योजना है, तो फिर मरीजों से कैश क्यों मांगा जा रहा है?

जनता और मरीजों से अपील:
अगर आपके साथ भी ऐसा हुआ है, तो अपनी शिकायत सीएमओ, राज्य स्वास्थ्य विभाग या आयुष्मान भारत की हेल्पलाइन (14555) पर दर्ज कराएं।


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गिरीश भट्ट

मुख्य संवाददाता - मानस दर्पण