अमानवीय कार्रवाई के विरोध में हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश का प्रशासन को कड़ा संदेश, कहा—50 साल से रह रहे लोगों को नहीं उजाड़ने देंगे

हल्द्वानी, 24 जून — हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने मंगलवार को सुभाष नगर स्थित प्राइमरी स्कूल में प्रशासन द्वारा लगाए गए आपत्ति कैंप का दौरा किया और अतिक्रमण के नाम पर वर्षों से निवास कर रहे लोगों को दिए जा रहे नोटिसों पर तीखी आपत्ति जताई।
विधायक ने प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि जिन परिवारों को अतिक्रमण का नोटिस दिया जा रहा है, वे पिछले 50–60 वर्षों से वहीं निवास कर रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि इतने लंबे समय बाद अचानक इन परिवारों को बेघर करने का निर्णय किस आधार पर लिया गया है।
विधायक ने चेतावनी दी कि काठगोदाम में मलिन बस्ती श्रेणी A में निवासियों को डरा-धमकाकर खुद अपने मकान गिरवाने की जो रणनीति अपनाई गई थी, वह हल्द्वानी में किसी भी हालत में सफल नहीं होने दी जाएगी।
प्रशासन की कार्यशैली पर नाराज़गी जताते हुए सुमित हृदयेश ने कहा कि मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं होता और यदि वे खुद प्रशासनिक पद पर होते, तो ऐसी अमानवीय कार्रवाई के विरोध में इस्तीफ़ा दे चुके होते।
उन्होंने भगवानपुर क्षेत्र का उल्लेख करते हुए बताया कि वहाँ कई फौजी परिवारों के मकानों पर भी लाल निशान लगाए गए हैं। उन्होंने सरकार से पूछा कि देश की सेवा करने वाले सैनिकों को क्या यह इनाम मिल रहा है?
इसके पश्चात विधायक कुसुमखेड़ा पहुँचे, जहाँ उन्होंने नाले के नाम पर प्रभावित हो रहे लोगों से मुलाक़ात कर उनका हाल जाना। उन्होंने उन्हें भरोसा दिलाया कि वे इस अन्याय के खिलाफ मजबूती से उनके साथ खड़े हैं और हर स्तर पर प्रशासनिक कार्रवाई का विरोध करेंगे।

