नगर मजिस्ट्रेट नगर आयुक्त को दिया मानव अधिकार आयोग ने कारण बताओं नोटिस

नैनीताल हल्द्वानी नगर निगम के अधीन यातायात नगर परियोजना ट्रांसपोर्ट नगर में हुए भ्रष्टाचार को लेकर उत्तराखंड मानव अधिकार आयोग में समाजसेवी हेमंत गोनिया द्वारा शिकायत की गई थी इस पर पूर्व में भी इन्हें मानव अधिकार आयोग में दो बार नोटिस देकर तलब किया गया था तब भी नगर मजिस्ट्रेट श्रीमान ऐ पी बाजपेई जी श्रीमान नगर आयुक्त रिचा सिंह जी ट्रांसपोर्ट नगर इंचार्ज गिरीश भट्ट जी मानवाधिकार आयोग नहीं पहुंचे अब अंतिम अवसर दिया गया है उनकी किस्मत अच्छी है जो अवसर दिया गया नहीं तो आयोग अंतिम अवसर नहीं देता है तथा निलंबन और जुर्माना मुकदमा की कार्रवाई करता है लेकिन फिर भी मानव अधिकार आयोग ने दिनांक 5.5.2025 को को उत्तराखंड मानव अधिकार आयोग में समस्त प्रमाण लेकर तलब किया है.

आयोग ने लिखा है क्यों ना आपके ऊपर दंडात्मक कार्रवाई हो इसलिए आप उपस्थित हो क्योंकि ट्रांसपोर्ट नगर में कर्मचारी आदेश कुमार की बिना शासनादेश के पदोन्नति के कर दी गई थी उसकी अधिक सैलरी निकाल दी गई थी वह हर मांह वसूली जा रही है वह निलंबित था निलंबित होने के बावजूद उसकी सैलरी निकाल दी और उसे दोबारा नौकरी पर रख दिया गया किसके आदेश से तथा ट्रांसपोर्ट नगर के पूर्व इंचार्ज लिपिक प्रेम सिंह रौतेला द्वारा वित्तीय भ्रष्टाचार किया गया है जो अधिकारियों के संज्ञान में है फिर इनका ट्रांसफर ट्रांसपोर्ट नगर से पुस्तकालय नगर निगम रोडवेज स्टेशन पर कर दिया गया रौतेला पर आरोप लगा है जिसे आयोग में तलब किया गया था वह भी नहीं गए इन्हें किसी का डर नहीं अब इन्हें आयोग का सामना करना बड़ा कठिन पड़ सकता है अभी शासन स्तर पर हेमंत गोनिया के दूसरी शिकायती पत्र पर शहरी विकास मंत्रालय ने नगर निगम को ट्रांसपोर्ट नगर में हुए तह बजारी वह गाड़ी कटिंग का पैसा 2015 से 2023 तक का करोडो रुपया राजकोश में जमा नहीं हुआ जिसको ट्रांसपोर्ट नगर ने आरटीआई में हेमंत गोनिया को जवाब में प्रमाण दिया है तथा ट्रांसपोर्ट नगर के कर्मचारियों द्वारा ट्रांसपोर्ट नगर पर अवैध वसूली ड्यूटी से गायब रहना ट्रांसपोर्ट नगर की नालियों के ऊपर रखें जाल बेच दिए गए हैं यह भी आरोप लगे हैं जो सत्य है आखिर यहां पर क्यों नहीं इन लोगों पर कार्रवाई होती है लेकिन हेमंत गोनिया की शिकायत पर ट्रांसपोर्ट नगर में कुछ सुधार जरूर आया है जिसमें सफाई कर्मचारी सफाई कर रहे हैं लेकिन अभी गंदगी है और ड्यूटी पर पहुंच रहे हैं अभी और सुधार की आवश्यकता है.


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गणेश मेवाड़ी

संपादक - मानस दर्पण

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