फ्रांस के विद्यार्थियों का इंस्पिरेशन स्कूल में भव्य स्वागत संस्कृति के आदान-प्रदान से जुड़ीं भारत-फ्रांस की डोरें

हल्द्वानी, 17 अक्टूबर। भारत और फ्रांस के बीच सांस्कृतिक व शैक्षिक संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में शुक्रवार को इंस्पिरेशन स्कूल, काठगोदाम में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। फ्रांस से आए 30 विद्यार्थियों का दल अपने दो शिक्षकों — मैडम कैथरीन और मैडम मोनसियर रोमन के साथ हल्द्वानी पहुँचा। इस दल का उद्देश्य भारतीय संस्कृति को समझना और दोनों देशों के विद्यार्थियों के बीच आपसी संवाद व सीख को बढ़ावा देना था।
तिलक व पुष्पगुच्छ से किया गया स्वागत
फ्रांस से आए विद्यार्थियों का स्कूल की चेयरपर्सन डॉ. गीतिका बल्यूटिया, प्रबंधक दीपक बल्यूटिया, प्रधानाचार्य अनुराग माथुर तथा उपप्रधानाचार्या ममता तनेजा ने तिलक लगाकर व पुष्पगुच्छ भेंट कर जोरदार स्वागत किया। इस अवसर पर स्कूल के विद्यार्थियों ने उत्तराखण्ड की महत्ता और इंस्पिरेशन स्कूल की रूपरेखा पर प्रकाश डाला।
विद्यार्थियों ने बाँटी अपनी संस्कृति
फ्रांस से आए बच्चों ने अपने देश की विशेषताओं, शिक्षा प्रणाली व सामाजिक जीवन के बारे में जानकारी साझा की। वहीं, इंस्पिरेशन स्कूल के विद्यार्थियों ने गीत व नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियों से सभी का दिल जीत लिया।
हल्द्वानी भ्रमण से प्रसन्न हुए आगंतुक
विदेशी विद्यार्थियों को हल्द्वानी के स्थानीय बाजारों में ले जाकर यहाँ के हस्तशिल्प और उत्पादों से परिचित कराया गया। भारतीय कलाकृतियों को देखकर फ्रांसीसी विद्यार्थियों के चेहरे पर उत्साह और प्रसन्नता झलक उठी।
खेल और व्यंजनों से जुड़ीं संस्कृतियाँ
इंस्पिरेशन स्कूल में भारत और फ्रांस के विद्यार्थियों के बीच वास्केट बॉल, वॉलीबॉल, टेबल टेनिस और शतरंज की मैत्रीपूर्ण प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं। इसके बाद आगंतुकों ने यहाँ के पारंपरिक स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लिया। संगीत, वाद्य यंत्रों और नृत्य की संयुक्त प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम को यादगार बना दिया।
‘ला फ्रेहिंदी’ संगठन के तत्वाधान में कार्यक्रम
यह सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘ला फ्रेहिंदी’ संगठन के तत्वाधान में आयोजित किया गया, जो भारत-फ्रांस सांस्कृतिक व शैक्षिक संबंधों को सुदृढ़ करने का कार्य कर रहा है। इसका मुख्यालय फ्रांस के लियोन शहर में स्थित है। संगठन की प्रतिनिधियों मिस तनुजा, मिस्टर हारून मेहता और मिस शिल्पा जैन का भी इस अवसर पर स्वागत किया गया।
आभार व समापन
कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य श्री अनुराग माथुर ने सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न प्रदान कर धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि, “ऐसे आयोजनों से न केवल विद्यार्थियों को नई संस्कृति को समझने का अवसर मिलता है, बल्कि यह आपसी सौहार्द और सहयोग की राह भी दिखाते हैं।”
कार्यक्रम का सफल संचालन श्रीमती मधुमिता दास के नेतृत्व में हुआ। मंच संचालन आशुतोष नेगी, यशस्वी भंडारी, हसन सुहैल और अभिनव जोशी ने किया।

