ग्राम पंचायतें लावारिश, भाजपा सरकार पर नेता प्रतिपक्ष का हमला

देहरादून, 3 जून: नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भाजपा सरकार पर संविधान का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायती शासक प्रशासक विहीन हैं और चुनाव नहीं होने से प्रदेश में संवैधानिक संकट की स्थिति उत्पन्न हो रही है।

*27 मई से 7000 से ज्यादा ग्राम पंचायतें लावारिश*

श्री आर्य ने कहा कि 27 मई से साढ़े सात हजार से ज्यादा ग्राम पंचायतें, 95 क्षेत्र पंचायतें और 12 जिला पंचायतें लावारिश पड़ी हैं। ऐसा पहली बार हुआ है, न प्रशासक है और न निर्वाचित बोर्ड। राजभवन ने भी पंचायतीराज एक्ट में संशोधन विधेयक को वापस भेज दिया है।

*सरकार पर लोकतांत्रिक व्यवस्था को कमजोर करने का आरोप*

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार पंचायती राज अधिनियम का उल्लंघन करके लोकतांत्रिक व्यवस्था को कमजोर कर रही है। सरकार को 6 महीने पहले चुनाव की तैयारी कर लेनी चाहिए थी, लेकिन कार्यकाल पूरा होने का समय आने पर भी अब तक आरक्षण की प्रक्रिया पूरी नहीं कर पा रही है।

*जनप्रतिनिधि चुनने के अधिकार का हनन*

श्री आर्य ने कहा कि प्रत्येक 5 साल में अपना जनप्रतिनिधि चुनने का अधिकार आम मतदाता का है। ऐसे में बीजेपी सरकार अकारण विलंब करके उम्मीदवारों और वोटर्स के हक का गला घोट रही है। सरकार इन संस्थाओं के अधिकारों को अर्थहीन कर रही है और पंचायती राज व्यवस्था की शक्तियां छीनने का काम कर रही है।

*पंचायत चुनाव कब होंगे, कोई पता नहीं*

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पंचायत चुनाव कब होंगे, कोई पता नहीं। लोकतंत्र में जन प्रतिनिधित्व की सबसे छोटी इकाई के चुनावों के लिए सरकार अक्षम दिख रही है। भाजपा के शासन में जिस तरह पंचायती राज व्यवस्था में संविधान की अवहेलना एवं लोकतांत्रिक व्यवस्था का दमन किया जा रहा है, उससे गांव की सरकार कभी सशक्त और सुदृढ़ नहीं हो सकती।

*विरोध जारी रहेगा*

श्री आर्य ने कहा कि ग्राम सभायें हमारी संस्कृति व समृद्धता की नींव है और इसके सशक्तीकरण का काम पंचायतीराज व्यवस्था के माध्यम से होता आया है, लेकिन आज सरकार पंचायती राज संस्थाओं को कमजोर करना चाहती है, जिसका हम मुखरता से विरोध करेंगे।


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गिरीश भट्ट

मुख्य संवाददाता - मानस दर्पण