‘उड़ान 2025’ में ज्ञान, प्रेरणा और भविष्य की उड़ान: ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में पूर्व UPSC अध्यक्ष डॉ. प्रदीप जोशी का छात्रों को मंत्रमुग्ध करने वाला संबोधन

हल्द्वानी, 29 जुलाई ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी, हल्द्वानी के परिसर में आज एक ऐतिहासिक और प्रेरक क्षण तब देखने को मिला जब ‘उड़ान 2025’ के अंतर्गत आयोजित इंडक्शन कार्यक्रम में नव-प्रवेशित छात्रों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। यह अवसर न केवल शिक्षा की नई शुरुआत का प्रतीक बना, बल्कि छात्रों के लिए प्रेरणा और आत्म-निर्माण की दिशा में एक सशक्त कदम भी रहा।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे पूर्व UPSC अध्यक्ष और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) के मानद अध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ.) प्रदीप कुमार जोशी, जिनका 28 वर्षों से अधिक का प्रशासनिक और शैक्षिक अनुभव छात्रों के लिए एक जीवंत मार्गदर्शन साबित हुआ। उनके गूढ़ विचार और जीवन अनुभवों से सजी प्रेरणादायक बातें विद्यार्थियों के लिए दिशा और दृष्टि दोनों का काम कर गईं।
कार्यक्रम की शुरुआत: परंपरा में आधुनिकता की झलक
भारतीय संस्कृति की गरिमा को ध्यान में रखते हुए दीप प्रज्वलन और गणेश वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत हुई, जिससे माहौल आध्यात्मिक और ऊर्जावान हो गया। इसके उपरांत यूनिवर्सिटी के निदेशक डॉ. एम.सी. लोहानी ने अपने विचार रखते हुए छात्रों से जुनून और ईमानदारी के साथ सीखने का आह्वान किया।
डॉ. प्रदीप जोशी का प्रेरक संबोधन: सफलता का सूत्र
डॉ. जोशी ने छात्रों को सफलता का सरल लेकिन गहन मंत्र दिया — विनम्रता, अनुशासन और उद्देश्य। उन्होंने बताया कि सच्चे सेवा भाव और स्पष्ट सोच के साथ चलने वाला विद्यार्थी जीवन में बड़ी से बड़ी ऊँचाइयों को छू सकता है। अपने व्यक्तित्व और कार्यशैली से उन्होंने न केवल छात्रों बल्कि संकाय सदस्यों को भी गहराई से प्रभावित किया।
> “अपने लक्ष्य को केवल पाने के लिए नहीं, बल्कि समाज की सेवा के लिए जियो। यही सफलता की सच्ची उड़ान है।” — डॉ. प्रदीप जोशी
उत्सव में रचनात्मकता की झलक
केक-कटिंग सेरेमनी और मीडिया एवं मास कम्युनिकेशन विभाग द्वारा प्रस्तुत रचनात्मक प्रदर्शन ने कार्यक्रम को जीवंत और उत्सवमय बना दिया। छात्रों को यूनिवर्सिटी की शैक्षणिक और सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों की झलक मिलते ही उत्साह चरम पर पहुँच गया।
सशक्त शुरुआत: संसाधन, समर्थन और समर्पण
कार्यक्रम का समापन ERP पंजीकरण और पुस्तकालय ऑनबोर्डिंग के साथ हुआ, जो इस बात का संकेत था कि विश्वविद्यालय न केवल शिक्षण बल्कि छात्र-समर्थन सेवाओं में भी पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
निष्कर्ष:
‘उड़ान 2025’ का यह आरंभिक दिन केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि विद्यार्थियों के जीवन में बदलाव लाने वाली एक प्रेरक शुरुआत साबित हुआ। यह आयोजन इस बात का प्रमाण है कि ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी अपने छात्रों को न केवल अकादमिक रूप से सक्षम बनाती है, बल्कि उन्हें बेहतर नागरिक और नेता बनाने की ओर भी अग्रसर करती है।

