पर्यावरण विज्ञान के शिक्षार्थियों ने किया नैनीताल हाई एल्टीट्यूड जू और ज्योलिकोट पौधशाला का शैक्षणिक भ्रमण

उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय, हल्द्वानी के वानिकी एवं पर्यावरण विज्ञान विभाग द्वारा एम.एससी. पर्यावरण विज्ञान विषय की सात दिवसीय कार्यशाला के अंतर्गत दिनांक 22 अगस्त 2025 को शिक्षार्थियों के लिए उच्च स्थलीय प्राणी उद्यान, नैनीताल तथा वन अनुसंधान केंद्र पौधशाला, गांजा ज्योलिकोट का शैक्षणिक भ्रमण आयोजित किया गया।

भौमिकी एवं पर्यावरण विज्ञान विद्या शाखा के निदेशक प्रो. पी. डी. पन्त ने बताया कि शैक्षणिक भ्रमण किसी भी प्रयोगात्मक कार्यशाला का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, जो विद्यार्थियों के व्यवहारिक ज्ञान में वृद्धि करता है। विभाग के समन्वयक डॉ. एच.सी. जोशी ने बताया कि इस कार्यशाला में कुल 22 शिक्षार्थी भाग ले रहे हैं।

इस शैक्षणिक भ्रमण में विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ. बीना तिवारी फुलारा एवं डॉ. नेहा तिवारी भी सम्मिलित रहीं। डॉ. बीना फुलारा ने बताया कि भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों को एक्स-सीटू संरक्षण, जैव विविधता के विभिन्न पहलुओं तथा वन्य जीवों की विभिन्न प्रजातियों के बारे में गहन जानकारी दी गई।

उच्च स्थलीय प्राणी उद्यान में उप निदेशक सुश्री स्वाति ने सभी का स्वागत करते हुए उद्यान की भूमिका पर प्रकाश डाला। फार्मासिस्ट श्री विक्रम सिंह द्वारा विद्यार्थियों को प्राणी उद्यान का भ्रमण कराते हुए वन्य जीव संरक्षण पर महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। भ्रमण के सफल आयोजन में आनंद लाल जी का विशेष सहयोग रहा।

भ्रमण के द्वितीय चरण में शिक्षार्थियों ने वन अनुसंधान केंद्र, पौधशाला गांजा ज्योलिकोट का दौरा किया, जहाँ वन आरक्षी श्री परवेज़ दाउदी, कमला जोशी तथा अनुसंधान सहायक योगेश त्रिपाठी ने ऑर्किड नर्सरी, वर्मीकम्पोस्ट तकनीक तथा औषधीय पौधों के संरक्षण विषय पर जानकारी साझा की।

अंत में, डॉ. नेहा तिवारी ने विश्वविद्यालय की ओर से सभी अतिथियों एवं संस्थान के निदेशक को धन्यवाद ज्ञापित किया। यह भ्रमण विद्यार्थियों के लिए पर्यावरणीय शिक्षा को व्यवहारिक रूप में समझने का एक सशक्त माध्यम साबित हुआ।


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गिरीश भट्ट

मुख्य संवाददाता - मानस दर्पण

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