उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय योजना बोर्ड की आठवीं बैठक सम्पन्न — 21 प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित

नवीन योजनाओं से सुदृढ़ होगा राज्य का दूरस्थ शिक्षा तंत्र, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के नए आयाम स्थापित करने की तैयारी
हल्द्वानी। 13 अक्टूबर उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के योजना बोर्ड की आठवीं बैठक सोमवार को विश्वविद्यालय मुख्यालय, हल्द्वानी में कुलपति प्रो. नवीन चंद्र लोहनी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में विश्वविद्यालय के समग्र विकास से संबंधित कुल 21 प्रस्तावों पर विस्तारपूर्वक विचार-विमर्श किया गया, जिन्हें सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से पारित किया। बैठक की शुरुआत में पिछली, अर्थात सातवीं बैठक की कार्यवाही की पुष्टि की गई।
बैठक में उपस्थित सदस्यों ने विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा प्रस्तुत योजनाओं को राज्य के उच्च शिक्षा और दूरस्थ शिक्षा तंत्र के सुदृढ़ीकरण के लिए दूरदर्शी एवं प्रभावी कदम बताया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय नई शैक्षणिक, अनुसंधानात्मक और अधोसंरचनात्मक योजनाओं के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण एवं सुलभ शिक्षा के नए मानक स्थापित करने की दिशा में निरंतर अग्रसर है।
प्रमुख प्रस्तावों को मिली मंजूरी
बैठक में जिन प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की गई, उनमें—
- शिशु सदन एवं महिला अध्ययन केंद्र के सुचारू संचालन हेतु आवश्यक संसाधनों की पूर्ति,
- विश्वविद्यालय परिसर का लैंडस्केप डेवलपमेंट,
- ट्रांजिट हॉस्टल एवं सेमिनार हॉल की स्थापना,
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप नए पाठ्यक्रमों के संचालन हेतु अतिरिक्त भूमि की व्यवस्था,
- इन्क्यूबेशन सेंटर, उद्योग-अकादमिक प्रकोष्ठ, रक्षा प्रकोष्ठ, शोध परिषद एवं नैतिक समिति की स्थापना,
- हिमालय अध्ययन केंद्र एवं विरासत संग्रहालय की स्थापना,
- क्षेत्रीय केंद्रों और पुस्तकालयों के विकास संबंधी प्रस्ताव प्रमुख रहे।
इसके साथ ही, सामुदायिक रेडियो ‘हैलो हल्द्वानी’ की ढांचागत संरचना को और सुदृढ़ किए जाने से संबंधित प्रस्ताव को भी सर्वसम्मति से स्वीकृति प्रदान की गई।
बैठक में हुआ गहन मंथन
सदस्यों ने विश्वास व्यक्त किया कि इन प्रस्तावों के क्रियान्वयन से विश्वविद्यालय की शैक्षणिक, अनुसंधानात्मक और सामाजिक गतिविधियों को नई गति और दिशा प्राप्त होगी। साथ ही, राज्य के दूरस्थ शिक्षा तंत्र को और अधिक मजबूती और विश्वसनीयता मिलेगी।
कुलसचिव डॉ. खैमराज भट्ट ने सभी प्रस्तावों का वाचन किया। बैठक में बाह्य सदस्य के रूप में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के अध्यक्ष प्रो. प्रदीप कुमार जोशी, इग्नू की प्रो. शची साह, तथा विश्वविद्यालय की ओर से प्रो. रेनू प्रकाश, प्रो. जितेंद्र पाण्डेय, वित्त नियंत्रक एस. पी. सिंह, परीक्षा नियंत्रक प्रो. सोमेश कुमार, डॉ. नीरजा सिंह और डॉ. हरीश जोशी उपस्थित रहे।
बैठक सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई। समापन पर कुलपति प्रो. नवीन चंद्र लोहनी ने सभी सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय राज्य में समग्र, समावेशी और सशक्त शिक्षा प्रणाली के विकास के लिए निरंतर प्रयत्नशील है तथा इन प्रस्तावों के माध्यम से विश्वविद्यालय आधुनिक, तकनीक-समर्थ और समाजोन्मुख शिक्षा प्रणाली की दिशा में अग्रसर रहेगा।

