खाद्य आपूर्ति विभाग में भ्रष्टाचार और मनमानी की पोल खुली, पार्षद प्रीति आर्या की शिकायत पर डीएम ने दिए कार्रवाई के निर्देश

हल्द्वानी में खाद्य आपूर्ति विभाग के दफ्तर में व्याप्त भ्रष्टाचार और अधिकारियों की मनमानी को लेकर नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 12 की पार्षद प्रीति आर्या ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इसकी लिखित शिकायत जिला अधिकारी वंदना सिंह से करते हुए आमजन को हो रही परेशानियों को विस्तार से बताया। शिकायत मिलने के बाद जिलाधिकारी ने खाद्य आपूर्ति अधिकारी (डीएसओ) को तत्काल कार्यवाही के निर्देश देते हुए विभागीय रवैये में सुधार लाने को भी सख्त लहजे में कहा।

पार्षद प्रीति आर्या ने अपने शिकायती पत्र में कहा कि राशन कार्ड बनवाने के नाम पर विभागीय अधिकारी और कर्मचारी हीलाहवाली कर रहे हैं। आम जनता को बार-बार चक्कर लगाने पड़ रहे हैं और उन्हें अनावश्यक रूप से ‘आय प्रमाण पत्र’ जैसे कई दस्तावेज लाने को कहा जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि जो लोग रिश्वत देते हैं, उनका काम आसानी से कर दिया जाता है, जबकि ईमानदार लोग परेशान किए जा रहे हैं।

इस मामले में युवा नेता हेमन्त साहू ने भी खाद्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि खाद्य गोदामों में तोल काटा न लगने की वजह से सस्ते गल्ले के विक्रेताओं को हर कट्टे में 3 से 4 किलो कम राशन मिलता है। इस कारण जनता को भी पूरा राशन नहीं मिल पाता। साहू का कहना है कि विक्रेता लगातार एआरओ कार्यालय में इसकी शिकायत करते आ रहे हैं, लेकिन राशन चोरी में लिप्त अधिकारियों के कारण काटे नहीं लगाए जाते, जिससे गरीबों के हक का हनन हो रहा है।

हेमंत साहू ने यह भी आरोप लगाया कि कई कार्डधारकों के पास सफेद और गुलाबी कार्ड होने के बावजूद उन्हें पीले कार्ड का राशन दिया जा रहा है, जो कि सीधे तौर पर नियमों का उल्लंघन है। उन्होंने इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।

जनता का कहना है कि विभागीय अधिकारियों का व्यवहार भी बहुत ही अभद्र और असंवेदनशील है। अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो जनता और सामाजिक कार्यकर्ता मिलकर आन्दोलन करेंगे।

इस पूरे प्रकरण के बाद उम्मीद की जा रही है कि जिला प्रशासन अब इस दिशा में कठोर कदम उठाएगा और आम जनता को राहत देने का कार्य करेगा।


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गिरीश भट्ट

मुख्य संवाददाता - मानस दर्पण