जिलाधिकारी वंदना ने बुधवार को निर्माणाधीन जमरानी बांध परियोजना के निर्माण स्थल का निरीक्षण कर प्रभावितों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी

प्रभावितों के दस्तावेजों की कमियां ठीक करने हेतु लगा कैंप, परियोजना निर्माण स्थल पर सावधानी से कार्य करें, प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित निवासियों को कम से कम असुविधा हो इसका ध्यान रखें, डूब क्षेत्र के बाहर रह रहे परिवारों को विभिन्न विकास योजनाओं का लाभ देने और उनके क्षेत्र के विकास हेतु सीडीओ विभिन्न विभागों की टीम गठित करेंगे, जो विस्तृत सर्वे कर कार्ययोजना बनाएगी.

ग्राम रौशिल, पनियाबोर भ्रमण के पश्चात हैडाखान में जनसुनवाई कर लोगों की समस्याओं का मौके पर समाधान किया।

निर्माणाधीन जमरानी बंाध के स्थलीय निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने उपमहाप्रबन्धक जमरानी बांध को निर्देश दिये कि रोड के कार्य के साथ ही जमरानी फीडर नहर के कार्याें को प्राथमिकता दी जाए। उन्होने कहा डूब क्षेत्र के बाहर के लोगों के लिए सभी सुविधायें मुहैया कराई जायेंगी। इसके लिए मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में टीम का गठन किया गया है। टीम मे कृषि, सिचाई, लोनिवि, पर्यटन, राजस्व, UREDA आदि विभागो को शामिल कर क्षेत्र के लोगों की छोटी-छोटी समस्याओ के समाधान हेतु गांवों मे शिविर लगाकर निदान किया जायेगा।
डूब क्षेत्र के बाहर गांव में सोलर लाइट, तार बाड़, सड़क आदि के कार्य होंगे ।
उप महाप्रबन्धक जमरानी बंाध ने बताया कि नहर के डाईवर्जन का कार्य 16 माह में पूर्ण कर लिया जायेगा। जिलाधिकारी ने कहा बांध निर्माण मंे स्थानीय लोगों को अधिक से अधिक संख्या मे योग्यतानुसार रोजगार में प्राथमिकता दी जाए।
इसके पश्चात जिलाधिकारी ने पनिया मेहरा एवं पनिया बोर में जलजीवन मिशन के कार्याें के बारे में लोगो से रूबरू हुई। क्षेत्रीय लोगों द्वारा बताया गया कि गांव में जलजीवन मिशन के तहत स्रोत एवं पम्पिंग योजना से क्षेत्र मे सुचारू समायानुसार पानी नियमित दिया जा रहा है।
इसके पश्चात जिलाधिकारी ने हैडाखान गैस्ट हाउस में लोगो की समस्यायें सुनी। डूब क्षेत्र मे आये 6 गांवो की छोटी-छोटी समस्यायें थी जिनका मौके पर अधिकारियों के साथ निदान किया। कुछ लोगांे की विरासतन दर्ज ना होने से लोगो को मुआवजा मिलने मे कठिनाई हो रही थी, जिलाधिकारी ने मौके पर उपजिलाधिकारी को तत्काल विरासतन जांच कर दर्ज कराने निर्देश दिये ताकि लोगो को अनावश्यक भटकना ना पडे। जिलाधिकारी कहा कि मुआवजा राशि सम्बन्धितों को शीघ्र आवंटित कर दी जायेगी। उन्होंने कहा जमरानी बाध परियोजना से क्षेत्र के लोगांे को पर्यटन आदि से काफी रोजगार की सम्भावनायें है, भविष्य में लोग पर्यटन क्षेत्र में रोजगार कर अपनी आर्थिकी को मजबूत कर सकते हैं। स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी से अनुरोध किया कि पर्यटन विभाग के माध्यम से क्षेत्र के लोगों को पर्यटन क्षेत्र में रोजगार की संभावनाओं की जानकारी दी जाए, जिस पर डीएम ने पर्यटन अधिकारी को कार्यशाला करवाने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान उप महाप्रबन्धक जमरानी बीबी पाण्डे, उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार, निवर्तमान ग्राम प्रधान मुन्नी पलडिया, भरत सम्बल,राजस्व, सिचाई, लोनिवि,जलसंस्थान विद्युत आदि विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

गणेश मेवाड़ी

संपादक - मानस दर्पण
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