चर्चा चौराहे की : निकाय चुनाव का आगमन

नेताओं की भागदौड़ चालू है बल

दाज्यू अब निकाय चुनावों का शांखनाद हो गया ठेरा नए-नए युवा बेरोजगार नेता इंडस्ट्रीज में अपनी पहचान बनाने की होड़ में लग गए ठहरे दाज्यू कोई तो पार्षद के लिए कोई मेयर के लिए बल, मौका मिल गया ठहरा करियर बनाने का हो. आज की चर्चा चौराहे की इसी कड़ी की है.

प्रकाश भाई आजकल सभी विधुत पोलो पर नये नये चेहरे के पोस्टर नज़र आ रहे है कइयों को तो हमने कभी देखा ना सुना पर बधाई के पोस्टर मे दिख रहे हैं यार और कई पुराने लगातार बधाई वाले तो हुए ही… 🍮कॉफी का प्याला मेज मे रखते हुये 👨सुरेश ने कहा… हा यार ये सब निकाय चुनाव के महारथी जो ठेरे यह समय उत्सव का जैसा ही हुआ बल अभी राखी जन्मआष्ट्मी दीपावली सब त्यौहार है उसके बहाने अपनी शक्ल दिखानी ही हुई नहीं तो जनता कैसे पहचान पाएगी कि यह लोग भी इस समाज का ही हिस्सा है 😂😂…प्रकाश भाई इनमे कई लोग तो लगातार समाज के लिए कार्य करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता ठेरे कुछ नये सामाजिक कार्यकर्त्ता हुए बल. यार सुरेश भाई ये सामाजिक कार्यकर्त्ता हुआ क्या हमने तो सुना लिखा देखा बहुत पर समझ मे आया नहीं 😇. अरे सीधी भाषा मे वो शख्स जौ दुसरो की सहायता को पब्लिक मे दिखा कर हल करने का प्रयास करता हैं मेरी समझ यही कहती हैं प्रकश भाई बाकी सब का क्या आकलन हैं मुझे नहीं पता 🙏

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गणेश मेवाड़ी

संपादक - मानस दर्पण
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