दमुवाढुंगा में नवरात्र से शुरू होगा डीजीपीएस सर्वे, 40 हजार लोगों को मिलेगा मालिकाना हक!

मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर प्रशासन ने कसी कमर, विकास का रास्ता खुलेगा
नैनीताल। वर्षों से अपने घर और जमीन के मालिकाना हक की बाट जोह रहे दमुवाढुंगा क्षेत्रवासियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर दमुवाढुंगा क्षेत्र के 578 एकड़ में प्रारंभिक सर्वे की प्रक्रिया नवरात्र से शुरू होने जा रही है। इस सर्वे को अत्याधुनिक डीजीपीएस (डिफरेंशियल ग्लोबल पोज़िशनिंग सिस्टम) तकनीक से किया जाएगा।
शनिवार को कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत ने क्षेत्रवासियों संग जिलाधिकारी नैनीताल से मुलाकात की। इस दौरान जिलाधिकारी ने सर्वे की रूपरेखा साझा करते हुए बताया कि सर्वे की जिम्मेदारी उपजिलाधिकारी राहुल शाह को सौंपी गई है। साथ ही जल्द ही दमुवाढुंगा में कैंप कार्यालय स्थापित कर पिलर लगाने का कार्य भी शुरू होगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि अगले 50 वर्षों की आवश्यकताओं — जैसे पानी, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा और सीवर व्यवस्था — को ध्यान में रखकर सर्वे के आधार पर एक व्यापक कार्य योजना तैयार की जाएगी। करीब 40 हजार की आबादी वाले इस क्षेत्र में नगर निगम के वार्ड संख्या 35, 36, 37 और आंशिक रूप से 38 शामिल हैं।
विधायक भगत के प्रयास लाए रंग
विधायक बंशीधर भगत लंबे समय से इस मुद्दे के समाधान के लिए प्रयासरत थे। मुख्यमंत्री के इस निर्णय से न केवल क्षेत्रवासियों को मालिकाना हक मिलेगा, बल्कि भविष्य में विकास कार्यों के लिए भूमि की उपलब्धता भी सुनिश्चित होगी।
क्षेत्र में खुशी की लहर
सरकार के इस कदम से दमुवाढुंगा के लोगों में हर्ष का माहौल है। लोगों को अब उम्मीद है कि क्षेत्र का भविष्य अब सुनियोजित विकास की दिशा में आगे बढ़ेगा।
इस अवसर पर पूर्व पार्षद देवी दयाल उपाध्याय, महेश जोशी, विजय चन्द्र पप्पू प्रधान, पार्षद प्रतिनिधि हृदयेश कुमार (वार्ड 37), पार्षद तनुजा जोशी (वार्ड 36), अरुण टम्टा, पनराम, नंदलाल, महेशानंद, गणेश टम्टा, हरीश गौरा, मुन्नी बिष्ट समेत कई क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।

