रुद्रप्रयाग में बाल विवाह की समस्या गंभीर, 21 मामले रुकवाए गए

रुद्रप्रयाग में बाल विवाह और नाबालिग बच्चों की सगाई एक गंभीर समस्या का रूप धारण कर रही है। समाज में बाल विवाह गंभीर रोग की तरह फैल रहा है। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास द्वारा लगातार किए जा रहे जागरूकता कार्यक्रमों से इस वर्ष अब तक 21 मामले रुकवाए जा चुके हैं।
गुप्त सूचना के आधार पर रुकवाई गई सगाई
गुप्त सूचना के आधार पर 17 वर्षीय नाबालिग बालक और 12 वर्षीय बालिका की सगाई रुकवाई गई। जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर अखिलेश मिश्रा के निर्देश पर टीम ने दोनों के परिजनों को सख्त हिदायत दी कि जब तक बालिका की उम्र 18 वर्ष और बालक की उम्र 21 नहीं हो जाती है, तब तक वे न सगाई करेंगे और ना ही उनके विवाह के बारे में सोचेंगे।
कानूनी कार्रवाई की चेतावनी
टीम ने परिजनों को बताया कि यदि वे जबरदस्ती यह कार्य करते हैं, तो वे कानूनी शिकंजे में फंस सकते हैं और उन्हें इस अपराध के लिए सजा और जुर्माना दोनों से दंडित किया जा सकता है। उन्हें यूसीसी की जानकारी भी प्रदान की गई, जिसके तहत बाल विवाह करने पर सख्त दंड का प्रावधान है।
जागरूकता कार्यक्रमों का सकारात्मक परिणाम
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास द्वारा किए जा रहे जागरूकता कार्यक्रमों का सकारात्मक परिणाम सामने आ रहा है। लोगों में बाल विवाह के प्रति जागरूकता बढ़ रही है और वे इस समस्या के समाधान में अपना योगदान दे रहे हैं।

