सनी लेक प्रोजेक्ट के नाम पर भीमताल में शिखर कन्सट्रक्शन का बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर कुमाऊं आयुक्त ने दिये सख्त कार्रवाई के आदेश
भवन खरीददारों को गुमराह कर बेच डाली पार्क व मन्दिर की जमीन, वन भूमि पर भी कब्जे का हुआ खुलासा
सनी लेक प्रोजेक्ट के नाम पर भीमताल में शिखर कन्सट्रक्शन का बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर
कुमाऊं आयुक्त ने दिये सख्त कार्रवाई के आदेश
*************************
+ भवन खरीददारों को गुमराह कर बेच डाली पार्क व मन्दिर की जमीन, वन भूमि पर भी कब्जे का हुआ खुलासा
+ अवैध ढंग से काट दिये गये दो सौ बेशकीमती पेड़
+ जिला विकास प्राधिकरण के मानकों की उड़ाई धज्जियां
+ पर्यावरणीय मानकों को भी दिखाया अंगूठा
+ वन विभाग, राजस्व विभाग एवं प्राधिकरण के अधिकारी भी आये सवालों के घेरै में
—————–गिरीश भट्ट की रिपोर्ट———————-
भीमताल ( नैनीताल ), नगर के समीपवर्ती डोब ल्वेशाल में बहुचर्चित शिखर कन्सट्रक्शन द्वारा सनी लेक प्रोजेक्ट के नाम से बनाई जा रही आवासीय कालोनी में बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। प्रभावित व पीड़ित भवन खरीददारों की शिकायत पर कुमाऊं आयुक्त/ मुख्यमंत्री सचिव, अध्यक्ष जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण दीपक रावत ने बीते दिवस प्रोजेक्ट स्थल का निरीक्षण किया, जिसमें प्रथम दृष्ट्या शिकायतें सही पाये जाने पर सम्बन्धित अधिकारियों को गहन जाँच कर सख्त कार्रवाई के आदेश दे दिये गये हैं। बता दें कि शिखर कंस्ट्रक्शन की ओर से समीपवर्ती सघन वन क्षेत्र डोब ल्वेशाल में सनी लेक प्रोजेक्ट के नाम से आवासीय कॉलोनी बनाई जा रही है। 15-16 लोगों ने आयुक्त को ई-मेल से शिकायत कर बताया कि था बिल्डर ने पार्क की जमीन बेच दी है जबकि जिला विकास प्राधिकरण की ओर से स्वीकृत नक्शे में पार्क दर्शाया गया है। शिकायत का संज्ञान लेते हुए आयुक्त ने निरीक्षण किया। और पता चला कि सभी फेज में बने करीब 15 से अधिक पार्कों को अवैध तरीकों से बिल्डर द्वारा अन्य लोगों को बेचा जा चुका है।
जिस पर आयुक्त ने खरीद- फरोख्त पर रोक लगाने के निर्देश देते हुए नियमों से खिलवाड़ करने वाले बिल्डर एवं अधिकारियों पर नियमानुसार आर्थिक दंड एवं कानूनी
कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
साथ ही उन्होंने नक्शा का बोर्ड लगाने और ठेकेदार का सत्यापन कराने के भी निर्देश दिए।
निर्माणाधीन कालोनी में भवन खरीददारों ने आयुक्त को बताया कि नक़्शे के अनुसार पार्क की भूमि का नक़्शा पहले सिने कलाकार चंद्र चूड़ के नाम पर थी जो अब शिवम जिंदल को दे दी गयी है। इस प्रकार सभी को गुमराह कर पार्कों व मन्दिर की जमीन को बेच दिया गया।
इतना ही निरीक्षण के दौरान 200 बेश कीमती बांज व अन्य पेड़ अवैध तरीके से काट कर वन भूमि पर भी अवैध कब्जे का सनसनीखेज खुलासा हुआ, जिसे आयुक्त दीपक रावत ने बहुत गम्भीर माना ।
इसी के साथ तमाम पर्यावरणीय मानकों एवं जिला विकास प्राधिकरण के तय मानको की खुलेआम धज्जियां उड़ाने की बात भी सामने आयी ।
इस मामले में वन विभाग व राजस्व विभाग के सम्बन्धित अधिकारी भी सवालों के घेरे में आ गये हैं।
सनी लेक प्रोजेक्ट के फेस 1,2 और 3 के दौरान कुमाऊं आयुक्त को कई खामियां मिली। जिस पर उन्होंने तहसीलदार, वन विभाग और प्राधिकरण के अधिकारियों को निरीक्षण कर और रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए।
बताया कि प्राधिकरण से फेस 2 में 160 फ्लैट बन चुके हैं। लेकिन एसटीपी का प्रावधान नहीं है। साथ ही क्षेत्रीय प्रदूषण बोर्ड द्वारा पहले चालानी कार्रवाही भी की गयी थी।
नक़्शे अवलोकन के दौरान उन्होंने कहा कि 65 मीटर से कम में निर्माण त्रुटि या नक्शा बनाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाही की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि बिना अनुमति के अवैध तरीके से सड़क निर्माण का कार्य किया जा रहा है जिस पर उन्होंने पटवारी को तीन दिन के भीतर जांच कर रिपोर्ट देने की बात कही।
स्थानीय लोगों ने बताया कि इलाके में करीब 200 से अधिक बांज और अन्य पेड़ों का पातन किया गया। जिस पर आयुक्त दीपक रावत ने वन विभाग के अधिकारियों को जांच के आदेश दिए।
साथ ही उन्होंने वन विभाग की भूमि में अवैध तरीके से रह रहे लोगों का नियमानुसार चालान करने के निर्देश दिए।
इसके पश्चात कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने तल्लीताल स्थित कुमाऊं मंडल विकास निगम का निरीक्षण किया। केएमवीएन के अधिकारियों ने बताया कि गेस्ट हाउस से लगी हुई जमीन में कुछ लोगों की ओर से निर्माण कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उक्त भूमि पर केएमवीएन की भूमि भी लगी हुई है। साथ ही कहा कि एक बिल्डर की ओर से केएमवीएन का गेट भी नहीं लगने दिया जा रहा है। कमिश्नर ने एसडीएम से केएमवीएन के अधिकारियों के साथ एक संयुक्त जांच जमीन की करने को कहा। साथ ही कहा कि उक्त भूमि पर अगर बाहरी व्यक्ति की ओर से कब्जा किया गया है तो उसको नोटिस भेजने को कहा और प्राधिकरण से मामले की जांच कर कमियां मिलने पर ऐसे लोगों के नक्शे निरस्त करने को कहा।
भीमताल स्थलीय भ्रमण के दौरान स्थानीय लोगों ने बताया कि लोगों ने सीवर की समस्या बताई जिस पर आयुक्त ने जल संस्थान के अधिकारियों को 15 दिन के भीतर समस्या का निस्तारण करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने झील में कूड़ा करकट आदि पर सिचाई विभाग को समय समय पर साफ सफाई करने और जल संस्थान के अधिकारियों को 10 दिन के भीतर सीवर लाइन लीकेज को ठीक करने के निर्देश दिए।इसके बाद उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भीमताल में साफ सफाई नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सफाई का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए।