पेट्रोल डालकर मां को जलाने की कोशिश
सुशीला तिवारी अस्पताल में एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने भी देखा और सुना हर कोई हैरान रह गया। यहां भर्ती एक मरीज को उसी के बेटे ने आग लगाने की कोशिश की तो अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया। मौके पर मौजूद बुआ ने हो हल्ला किया तो नर्स और अन्य तीमारदारों ने युवक को पकड़ लिया। सूचना पुलिस को दी गईं। इसके बाद युवक को इमरजेंसी की ओटी में बंद कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस युवक को अपने साथ ले गई।
पुलिस के अनुसार नैनीताल जिले के गेठिया निवासी गीता देवी उम्र 67 वर्ष का स्वास्थ खराब था। शुक्रवार रात को उसके बेटे मोहन सिंह ने उसे अस्पताल के इमरेंसी में भर्ती कराया। शनिवार सुबह मोहन सिंह आधा लीटर की पेप्सी की बोतल में पेट्रोल पंप से पेट्रोल लेकर पहुंचा और जोर-जोर से चिलाने लगा कि मां तेरी बीमारी ने मुझे परेशान कर दिया है। इसके बाद उसने मां पर आधा लीटर पेट्रोल की बोतल उड़ेल दी।
- इस दौरान उसकी बुआ धना देवी अस्पताल में मरीज गीता देवी का हालचाल जानने आई थी। जैसे ही उसने अपनी मां के ऊपर तेल डाला तो धना देवी चिल्लााने लगी। शोर सुनकर नर्स और तीमरदारों ने मोहन को पकड़ लिया। वह अपनी मां पर आग लगाने की कोशिश कर रहा था। इसके बाद सबने मोहन बिष्ट को बंद कर दिया। इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस उसे कोतवाली ले गई और उसका मेडिकल कराया। कोतवाल उमेश मलिक ने बताया कि युवक के उपर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
आरोपी ने मां के उपर पेट्रोल डालने के बाद तीन बार लाइटर जलाने की कोशिश भी की। लेकिन आग नहीं लगी। आग लगती तो अस्पताल में हादसा हो सकता था। उपर पेट्रोल डालने के बाद इमरजेंसी में अफरा-तफरी मच गई। आसपास के तीमरदार अपने मरीजो को गोद में लेकर भागने लगे। उधर पेट्रोल डालने की सूचना से अस्पताल में हड़कंप मच गया।
पेट्रोल से गीता देवी पेट्रोल से पूरी तरह भीग गई थी। इसके बाद नर्सों ने बुजुर्ग महिला के कपड़े बदले और उसे दूसरे कपड़े पहनाए। उधर इसके बाद गीता देवी को ऑक्सीजन लगाने की भी जरूरत पड़ गई। पुलिस ने बताया कि युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।