“तिरंगे की आन, बान शान में” – एडवोकेट ललित मोहन सिंह की राष्ट्रभक्ति कविता

हल्द्वानी  एडवोकेट ललित मोहन सिंह, जीना (ललितदीप) ने “तिरंगे की आन, बान शान में” शीर्षक से एक राष्ट्रभक्ति कविता लिखी है, जिसमें उन्होंने भारत की सैन्य शक्ति और राष्ट्र सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है।

*कविता का मुख्य विषय*
कविता का मुख्य विषय भारत की सैन्य शक्ति और राष्ट्र सुरक्षा है, जिसमें कवि ने पाकिस्तान के खिलाफ भारत की सैन्य कार्रवाइयों का वर्णन किया है।

*कविता के प्रमुख अंश*
कविता में कवि ने लिखा है कि भारत की सैन्य शक्ति ने पाकिस्तान को ध्वस्त कर दिया है और उसके एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट कर दिया है। कवि ने यह भी लिखा है कि भारत की सेना ने पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों को ध्वस्त कर दिया है और उसके कई शहरों में हमले किए हैं।

*कविता का संदेश*
कविता का संदेश यह है कि भारत एक मजबूत और शक्तिशाली राष्ट्र है, जो अपनी सुरक्षा और संप्रभुता के लिए किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है। कवि ने यह भी कहा है कि भारत की सैन्य शक्ति और राष्ट्र सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए आवश्यक है।

*कवि का उद्देश्य*
कवि का उद्देश्य भारत की सैन्य शक्ति और राष्ट्र सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना है और देश के नागरिकों को अपनी मातृभूमि के प्रति अपनी जिम्मेदारियों के प्रति सचेत करना है।

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गिरीश भट्ट

एडिटर - मानस दर्पण