“वृक्ष कबहुँ न फल भखै… राष्ट्रसेवा में समर्पित जीवन! — स्व. पं. नारायण दत्त तिवारी जी की 100वीं जयंती पर शत्-शत् नमन”

हल्द्वानी 18 अक्टूबर। “वृक्ष कबहुँ न फल भखै, नदी न संचय नीर।
परमारथ के कारने, साधुन धरा शरीर॥”

यह दोहा ठीक वैसे ही अर्थपूर्ण है जैसे स्वर्गीय पंडित नारायण दत्त तिवारी जी का जीवन। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन राष्ट्र और समाज की सेवा में अर्पित कर दिया। आज, जब पूरा उत्तराखंड और देश उनके 100वीं जयंती के अवसर पर उन्हें नमन कर रहा है, तो यह अवसर उनके प्रेरणादायी जीवन को स्मरण करने और उनके आदर्शों पर चलने की प्रतिज्ञा लेने का है।

स्वर्गीय पं. नारायण दत्त तिवारी जी न केवल उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रहे, बल्कि वे भारतीय राजनीति के उन दुर्लभ नेताओं में से एक थे जिन्होंने विकास, उद्योग, शिक्षा और प्रशासनिक सुधारों के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य किए। उनका जन्म 18 अक्टूबर 1925 को नैनीताल जिले के बल्यूटी गांव में हुआ था। छात्र जीवन से ही वे स्वतंत्रता संग्राम और समाज सेवा से जुड़े रहे।

राजनीति में प्रवेश करने के बाद तिवारी जी ने हमेशा “जनहित” को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। उत्तर प्रदेश में उन्होंने औद्योगिक विकास की मजबूत नींव रखी, वहीं उत्तराखंड राज्य के गठन के बाद उन्होंने एक सशक्त, आत्मनिर्भर और शिक्षित उत्तराखंड का सपना देखा।

उनकी सोच थी — “राजनीति सेवा का माध्यम है, सत्ता का नहीं।” यही कारण था कि वे सदैव जनता के बीच रहे, जनसमस्याओं को समझा और उनके समाधान के लिए कार्य किया।

उनके जीवन और कार्यों को याद करते हुए प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने कहा कि —

> “पंडित नारायण दत्त तिवारी जी एक महान नेता, सच्चे देशभक्त और उत्तराखंड के निर्माता थे। उन्होंने जिस निष्ठा और ईमानदारी से जनता की सेवा की, वह आज के नेताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनकी 100वीं जयंती पर हम उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लेते हैं।”

आज उनकी जयंती के अवसर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित कर पुष्पांजलि अर्पित की। तिवारी जी का व्यक्तित्व और कार्य आज भी उत्तराखंड के विकास यात्रा में जीवंत हैं।

निष्कर्ष:
स्व. पं. नारायण दत्त तिवारी जी का जीवन उस वृक्ष के समान था जो अपने फल स्वयं नहीं खाता, और उस नदी की तरह जो अपना जल संचय नहीं करती। उनका जीवन समाज के लिए समर्पित रहा। उनके कर्म, उनके विचार और उनकी निष्ठा सदा हमारे पथप्रदर्शक रहेंगे।

शत्-शत् नमन इस महान सपूत को! 🙏
— दीपक बल्यूटिया, प्रदेश प्रवक्ता, उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस


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गिरीश भट्ट

मुख्य संवाददाता - मानस दर्पण

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