“40 साल सेवा की मिसाल — अब गांव के लिए आख़िरी पड़ाव: गीता पांडे का पहला और अंतिम चुनाव!”

मोटाहल्दू बरेली रोड हल्द्धानी जयपुर खीमा में भावनाओं की लहर, गीता पांडे की नम आँखों से निकली अपील:

> “मैंने जीवन दिया आपकी सेवा को, अब गांव की तरक्की के लिए एक बार साथ दीजिए।”

जयपुर खीमा (मोटाहल्दू),
40 वर्षों तक स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत रहकर गांव-समाज की निःस्वार्थ सेवा करने वाली गीता पांडे अब एक नई जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने ग्राम प्रधान पद के लिए अपनी उम्मीदवारी घोषित करते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा है —
“ये मेरा पहला और अंतिम चुनाव है। मुझे सिर्फ एक बार मौका दीजिए, फिर देखिए गांव का असली विकास कैसे होता है।”

उनकी यह भावुक अपील न सिर्फ गांव वालों के दिलों को छू रही है, बल्कि पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन चुकी है।

जहां दर्द था, वहां पहले से मौजूद थीं ‘गीता दीदी’

कहते हैं, सेवा किसी पद की मोहताज नहीं होती — और यह बात गीता पांडे ने बार-बार सिद्ध की है।
गांव में जब भी कोई बीमार होता, दुर्घटना होती या किसी के घर कोई परेशानी आती — सबसे पहले गीता पांडे पहुंचती थीं, वह भी बिना किसी स्वार्थ के।
चाहे आधी रात हो या बारिश में रास्ता बंद हो — एक एएनएम (स्वास्थ्य कार्यकर्ता) के रूप में उन्होंने मानवता की मिसाल पेश की।

अब वही समर्पण वे ग्राम प्रधान बनकर दिखाना चाहती हैं।

“ना राजनीति की महत्वाकांक्षा, ना दिखावे की दौड़ — सिर्फ गांव की तरक्की”

प्रेस से बात करते हुए गीता पांडे ने कहा:

> “मेरे पास ना धनबल है, ना बाहुबल। लेकिन मेरे पास है अनुभव, ईमानदारी और हर एक ग्रामीण के लिए समर्पण। मैं किसी दल की नहीं, गांव की उम्मीदवार हूं।”

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे कोई बड़े-बड़े वादे नहीं करेंगी, लेकिन जो भी कहेंगी, उसे पूरी निष्ठा से निभाएंगी।

सेवा की परंपरा, परिवार तक फैली हुई है

गीता पांडे अकेली नहीं हैं — उनका परिवार भी वर्षों से समाजसेवा में अग्रणी रहा है।
उनकी बहू गरिमा पांडे क्षेत्र पंचायत सदस्य रह चुकी हैं और सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं।
बेटा संदीप पांडे, गांव में किसी भी आपात स्थिति में मदद के लिए सबसे पहले पहुंचता है।
ऐसा परिवार, जिसकी जड़ें सेवा में गहराई तक बसी हैं, अब गांव का नेतृत्व करने को तैयार है।

“अनाज की बाली” पर भरोसा जताइए — गांव को नई राह दिखाइए

आज गांव की गलियों में एक नई उम्मीद की गूंज सुनाई दे रही है:
🔔 “इस बार गीता पांडे — सच्ची सेवा, सच्चा विकास!”
🔔 “जिसने जीवनभर सेवा की, उसे एक बार नेतृत्व का मौका तो दीजिए!”

लोग कह रहे हैं कि अगर ईमानदारी, समर्पण और सेवा भाव को ही राजनीति में लाना है — तो गीता पांडे से बेहतर नाम कोई नहीं।

अब निर्णय गांव के हाथ में है

वोटिंग की तारीख पास है। हर मतदाता के पास एक ऐतिहासिक मौका है —
40 साल की सेवा को सम्मान देने का। गांव की बागडोर एक ऐसे हाथों में देने का, जो पहले ही बिना पद के इतना कुछ दे चुके हैं।

इस बार दिल से सोचिए, समझदारी से वोट कीजिए।
“अनाज की बाली” पर मुहर लगाकर गीता पांडे को जिताइए — क्योंकि अब गांव को चाहिए एक सच्चा सेवक, एक सच्चा नेता।

निवेदक संदीप पाण्डे सामाजिक कार्यकर्ता

गरिमा पांडे पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य विकासखंड हल्द्वानी जिला नैनीताल उत्तराखंड


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गिरीश भट्ट

मुख्य संवाददाता - मानस दर्पण